जयललिता के आवास को स्मारक बनाने पर HC ने किया सवाल और कितने स्मारक बनाने की है योजना
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के पोएस गार्डन स्थित आवास को स्मारक में तब्दील किये जाने की योजना पर मद्रास हाईकोर्ट ने जवाब मांगा है. बतादे कि अम्मा ने 1982 में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्ना द्रमुक) की सदस्यता ग्रहण करते हुए एम॰जी॰ रामचंद्रन के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। 1983 में उन्हें पार्टी का प्रोपेगेंडा सचिव नियुक्त किया गया। वही आपको बताते दे कि मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजीव बनर्जी ने इस मामले में सुनवाई करते हुये राज्य सरकार से पूछा है कि नेताओं के लिये कितने स्मारक बनाएंगे. मुख्य न्यायाधीश ने सवाल किया कि केवल एक गांधी, एक नेहरू और एक पटेल हो सकते हैं. आप हर दूसरे नेता के लिये स्मारक नहीं बना सकते हैं. मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि कई न्यायाधीशों ने शानदार योगदान दिया. यदि उनकी प्रतिमाओं को स्थापित करने के लिये न्यायालय की जगह का इस्तेमाल किया जाता है, तो क्या हालात होंगे. उन्होंने कहा कि कोर्ट में बहुत सारे चित्र हैं और कुछ वर्षों के बाद इन चित्रों के लिये शायद ही कोई जगह होगी ।।