मेरठ के अधिवक्ताओं की हड़ताल पंद्रह दिन के लिये स्थगित
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मेरठ के अधिवक्ताओं की हड़ताल पंद्रह दिन के लिये स्थगित

Mar 5, 2021
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-करीब 21 दिन से चली आ रही थी वकीलों की हड़ताल
-अधिवक्ता ओंकार तोमर खुदकुशी प्रकरण में चौदह लोग हैं नामजद
-अब तक  तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस 
-सात लोगों ने अग्रिम जमानत के लिये डाल रखी है हाईकोर्ट में याचिका
-हड़ताल के कारण वादकारियों को हो रही है भारी परेशानी
-रजिस्ट्री कार्यालय में काम न होने से करोड़ो का रोजाना फटका
-सोमवार से सभी कार्य हो जायेंगे सुचारू रूप से शुरू
-भाजपा विधायक की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं अधिवक्ता 

मेरठ। अधिवक्ता ओंकार तोमर आत्महत्या मामले को लेकर मेरठ के अधिवक्ताओं द्वारा की जा रही हड़ताल स्थगित कर दी गई है। बार एसोसिएशन ने स्थगन का फैसला जिलाधिकारी व एसएसपी के आश्वासन पर लिया है। उन्हें आश्वासन दिया गया है कि पंद्रह दिन में नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। पंद्रह दिन का समय देते हुए बार एसोसिएशन ने हड़ताल स्थगित कर दी है। सोमवार से सभी कार्य सुचारू रूप से संचालित होंगे। हड़ताल स्थगित होने से वादकारियों व रजिस्ट्री आदि कराने वालो को राहत मिली है।

आपको याद दिला दें कि बीती 13 फरवरी को मेरठ के वरिष्ठ अधिवक्ता ओंकार तोमर ने आत्महत्या कर ली थी। अपने सुसाइड नोट में ओंकार तोमर ने आत्महत्या के लिये भाजपा विधायक दिनेश खटीक व अन्य को जिम्मेदार ठहराया है। भारी दबाव के बाद पुलिस ने विधायक समेत चौदह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। अब 11 लोगों के खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही को आगे बढ़ाया है। रिपोर्ट में योगेंद्र व जोगेंद्र को भी नामजद किया गया था जबकि यह एक ही व्यक्ति है। एक आरोपी संजय मोतला पुलिस दबिश से परेशान होकर खुदकुशी कर चुका है। वहीं भाजपा विधायक के बारे में पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ फिलहाल सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि यह सारी ही कार्यवाही सुसाइड नोट के आधार पर की जा रही है और सुसाइड नोट में भाजपा विधायक दिनेश खटीक को भी अधिवक्ता ओंकार तोमर ने आत्महत्या के लिये जिम्मेदार बताया है। इसके बाद नामजद आरोपी संजय मोतला के खुदकुशी कर लेने के बाद पुलिस की कार्यवाही लगभग रूक सी गई। बीते दिवस भी अधिवक्ताओं ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में कचहरी की तालाबंदी की घोषणा की थी। इस तालाबंदी के बाद से ही जिला पुलिस व प्रशासन की तरफ से यह प्रयास शुरू हो गये थे कि कैसे भी इस हडताल को स्थगित या समाप्त कराया जाये। दरअसल, चौदह नामजद अभियुक्तों में से एक संजय मोतला द्वारा आत्महत्या कर ली गई है, तीन लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है जबकि सात लोगों ने गिरफ्तारी से  बचने के लिये हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिये याचिका दाखिल कर रखी है। वहीं भाजपा विधायक दिनेश खटीक को पहले से ही पुलिस प्रशासन अपनी कार्यवाही से बाहर किये हुए है। करीब 21 दिन से चली आ रही हड़ताल से वादकारियों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जमानत व अन्य न्यायिक कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं, वहीं रजिस्ट्री कार्यालय बंद होने से भी राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है।
मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर त्यागी ने बताया कि जिला जज की मौजूदगी में डीएम व एसएसपी की तरफ से उन्हें आश्वासन दिया गया है कि पंद्रह दिन में सभी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। सभी वरिष्ठ अधिवक्ताओं से सलाह मशविरा कर हड़ताल पंद्रह दिन के लिये स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। सोमवार से कचहरी में होने वाले सभी कार्य सुचारू रूप से संचालित होंगे।

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