भ्रष्टचार का आरोपी मवाना तहसील का कानूनगो निलंबित, जांच जारी
-आठ साल से लगातार एक ही सीट पर कार्यरत
-लगातार हो रही है भ्रष्टाचार की शिकायतें, पर सुनवाई नहीं
-सीएम के सामने मामला पहुंचा तो शुरू हुई जांच
-आय से अधिक करोड़ों की संपत्ति जुटाने का आरोप
लंबे समय से जमे और गंभीर आरोपों से घिरे मवाना तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो को जिलाधिकारी के बाला जी ने बीती रात निलंबित कर दिया। यह निलंबन एसडीएम सदर की जांच रिपोर्ट में भ्रष्टाचार के आरोप सही पाये जाने पर किया गया है। मुख्यमंत्री योगी तक भ्रष्टाचार के मामले पहुंचने के बाद जिलाधिकारी ने यह जांच एसडीएम सदर को सौंपी थी। मवाना तहसील में अफसरों व बाबूओं का कोकस जिस तरह से काम कर रहा है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि उसने भ्रष्टाचार के सभी रिकार्ड तोड़ दिये हैं। खादर की बेशकीमती जमीन कब किस के नाम कर दी जाये कुछ पता नहीं। पूर्व विधायक गोपाल काली व नामित पार्षद अशोक चौधरी मवाना तहसील के भ्रष्टाचार के मामले लगातार उठाते रहे हैं। यहां बाबुओं द्वारा अफसरों के नाम पर खुली रिश्वत मांगने के वीडियो भी वायरल हो चुके हैं। बावजूद इसके सभी लोग मलाईदार कुर्सियों पर जमे पड़े हैं। लंबे अंतराल बाद यह पहली कार्यवाही हुई है।
पूर्व विधायक गोपाल काली का कहना है कि आठ साल से काबिज कानूनगो बिजेंद्र सिंह ने भूमाफियाओं से मिलकर करोड़ो ंरुपये की संपत्ति अर्जित की है। कानूनगो बिजेंद्र सिंह की घोषित व बेनामी संपत्ति की जांच होनी चाहिये।