बागपत जिला प्रशासन की कड़ी फजीहत, भारी दबाव के बाद ममता का पर्चा वैध बताया
परिवार समेत आत्महत्या करने की चेतावनी दी ममता पति जय किशोर ने
भाजपा समर्थक है प्रशासन, सरकार की तानाशाही जारी-प्रस्तावक
यूपी में अब तक 18 भाजपा प्रत्याशी हो चुके हैं निर्विरोध निर्वाचित
चुनाव में भाजपा हारी लेकिन अध्यक्ष पद पर सभी को पछाड़ा
भारी दबाव के आगे जिला प्रशासन झुका, बैक फुट पर आना पड़ा
फर्जी ममता की तलाश कर होगी कार्यवाही
जिस कार में फर्जी ममता आयी वह मेरठ नंबर की,तलाश शुरू
बागपत। साम दाम दंड भेद कुछ ऐसा ही हो रहा है यूपी के जिला पंचायत चुनाव में। पंचायती चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों को कड़ी हार का मुंह देखना पड़ा लेकिन उनके 17 प्रत्याशी जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध काबिज हो गये। आरोप लग रहे है कि ऐसा सरकारी तंत्र के भारी दबाव में होने के कारण हुआ है। प्रशासन खुल कर भाजपा प्रत्याशी को जिताने में लगा है। गैर भाजपाई प्रत्याशियों को कोई न कोई कारण बताते हुए चुनाव मैदान से बाहर कर दिया गया है। निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुने जाने के क्रम में आज सहारनपुर के बाद बागपत का नाम भी शामिल हो गया। आरोप है कि सपा रालोद की संयुक्त प्रत्याशी ममता बागपत से तीन सौ किलोमीटर दूर हैं लेकिन उनका पर्चा यह कहते हुए प्रशासन ने खारिज कर दिया कि ममता नामक किसी महिला ने आकर पर्चा वापस ले लिया। जिला प्रशासन पर भाजपा के पक्ष में तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या करने जैसे संगीन आरोप लगाते हुए सपा रालोद कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय घेर लिया है, धरना शुरू हो गया है। जोर आजमाइश जारी है। जिला मुख्यालय गेट पर पुलिस ने ताले डाल दिये हैं, भीतर जाने के लिये कार्यकर्ता गेट पर चढ़ गये हैं, धक्कामुक्की जारी है। वहीं सपा रालोद प्रत्याशी जयकिशोर ने रोते हुए कहा कि यदि उनका पर्चा खारिज किया गया तो वह पूरे परिवार को लेकर जिला मुख्यालय पर आत्महत्या कर लेंगे। बागपत से तीन सौ किलोमीटर दूर होने का दावा करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया पर खुद को लाइव भी किया।
उधर, भारी दबाव व खासी फजीयत होते देख बागपत जिला प्रशासन को बैक फुट पर आना पड़ा है। प्रशासन ने ममता जयकिशोर के पर्चे को वैध बताते हुए कहा है कि अब महिला की तलाश की जायेगी जिसने खुद को ममता बताते हुए पर्चा वापस लिया था। बता दें कि जिस कार का इस्तेमाल इस महिला द्वारा किया गया है उसकी नंबर प्लेट पर यूपी 15सीओ 3479 लिखा है। यह मेरठ का नंबर है।
आपको याद दिला दें कि बीते शनिवार की तड़के ममता व उनके पति जय किशोर ने रालोद को झटका देते हुए दिल्ली में बागपत सांसद डा. सत्यपाल सिंह के आवास पर जाकर भाजपा का दामन थाम लिया। चंद घंटे बाद ही उन्होंने प्रेस कांफ्रेस की। जिसमें आरोप लगाया कि पिस्टल लगा कर उन्हें भाजपा ज्वाइन कराई गई थी। वह रालोद के सच्चे सिपाही हैं। रालोद के समर्थन से ममता ने जिला पंचायत के वार्ड 13 से चुनाव जीता था।