रात सड़क पर बिताई, सुबह टीईटी परीक्षा रद्द, छात्रों ने पूछा इसमें हमारी क्या गलती ?
- परीक्षा देते छात्रों को बीच में केंद्र छोड़ना पड़ा
- कई छात्र अपने आंसू नहीं रोक पाये
- पूछा-इसमें छात्रों की क्या गलती है ?
- तमाम तैयारी व्यर्थ चली गई, आर्थिक व मानसिक नुकसान अलग से
- एसटीएफ ने सोलह लोगों को गिरफ्तार किया
- मेरठ इकाई ने शामली के तीन लोगों को किया गिरफ्तार
यूपी टीईटी परीक्षा आज उस वक्त रद्द कर दी गई जब छात्र केंद्रों में परीक्षा दे रहे थे। छात्रों को बीच परीक्षा से ही केंद्र को भारी मन से छोड़ना पड़ा। परीक्षा रद्द करने का कारण पेपर लीक होना बताया गया है। एसटीएफ फील्ड इकाई प्रयागराज ने पेपर लीक कर मोटी धनराशि उगाने वाले गिरोह के मुख्य सरगना समेत सोलह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आहत परीक्षार्थियों का कहना है कि सिर्फ इन सोलह लोगों के नहीं बल्कि इस धांधली में शामिल सभी दोषी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। परीक्षा की तैयारी में लगे लोगों को आने जाने की परेशानी के साथ मानसिक व आर्थिक नुकसान भी हुआ है। इस सिस्टम से दुखी कई छात्र अपने आंसू भी नहीं रोक पाये। मैं हूं रवि शर्मा और आप देख रहे हैं फर्स्ट बाइट टीवी।
एसटीएफ पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें मुख्य सरगना प्रतापगढ़ निवासी राजेंद्र पटेल, सन्नी सिंह गया, टिंकू कुमार गया, नीरज शुक्ला प्रतापगढ़, शीतल कुमार गया, धन्नजय कुमार गया, कुनैन राजाना गया, शिवदयाल औरंगाबाद सभी थाना क्षेत्र नैनी, प्रयागराज, अनुराग सोनभद्र, अभिषेक चित्रकूट, सत्यप्रकाश सिंह प्रयागराज सभी थाना क्षेत्र झूंसी प्रयागराज, चर्तुभुज सिंह प्रयागराज, संजय सिंह प्रयागराज, ब्रम्हा शंगर सिंह, प्रयागराज, सुनील कुमार सिंह प्रयागराज शामिल हैं। इसके अलावा एटीएफ मेरठ यूनिट ने शामली के तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम मनीष, रवि और धर्मेंद्र हैं।
आज परीक्षा केंद्र के बाहर कुछ छात्रों ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की। वहीं विपक्ष ने इस पर सरकार को घेरा है। अखिलेश यादव व प्रियंका गांधी ने अलग अलग ट्वीट कर सरकार की नाकामी पर सवाल खड़े किये हैं।