औसत दर्जे का होना ठीक होता है-कैप्टन वरूण सिंह
- हादसे में बचे कैप्टन का पत्र वायरल
- कुन्नूर हेलीकाप्टर हादसे में बचे एक मात्र शख्स
- हादसे में सीडीएस, पत्नी समेत तेरह लोगों की मौत
- हेलीकाप्टर में सवार थे कुल चौदह लोग
देश के सीडीएस बिपिन रावत के पार्थिक शरीर को दिल्ली ले जाया गया है। आज सुबह देश के गृह मंत्री अमित शाह व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वहां पहुंचकर उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की। कुछ ही देर बाद उनके पार्थिव शरीर को लोगों के लिये रखा जायेगा। दोपहर दो बजे से उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी। इस बीच, हादसे में बचे एकमात्र ग्रुप कैप्टर वरुण सिंह का एक खत बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। अपने स्कूल के प्रधानाचार्य को लिखे इस खत में वरुण सिंह ने कहा है कि औसत दर्जे का होना ठीक होता है। यह खत मुख्यत उन लोगों को राहत देने वाला है जो क्लास में हमेशा औसत दर्जा प्राप्त करते रहे हैं।
हर क्षेत्र में बेहतर करने की उम्मीद रखने वाली दुनिया में औसत दर्जे का होने को नॉर्मलाइज करने वाला यह खत लोगों को काफी पसंद आ रहा है। कैप्टन वरुण सिंह खत में आगे लिखते हैं, ‘औसत दर्जे का होना ठीक बात है. स्कूल में हर कोई उत्कृष्ट नहीं होता और सभी 90 प्रतिशत अंक नहीं ला पाते। अगर आप ऐसा कर पाते हैं तो यह एक उपलब्धि है उसकी सराहना होनी चाहिए। लेकिन आप ऐसा नहीं कर पाते तो यह मत सोचिये कि आप औसत दर्जे का होने के लिए बने हैं। हो सकता है कि आप अपने स्कूल में औसत दर्जे के छात्र हो लेकिन इसका कतई मतलब नहीं है कि जीवन में आने वाली चीजें भी ऐसी ही होगी। स्कूल के नंबर से आप अपना भविष्य नहीं देख सकतें.’।