सात दिन बाद प्रशासन ने दिया नोटिस, हुड़दंग के लिये सपा जिलाध्यक्ष को बताया जिम्मेदार
- मेरठ दबथुवा में हुई थी सपा रालोद की संयुक्त संदेश परिवर्तन रैली
- रैली में भारी भीड़ जुटी थी, भीड़ डी तक जा घुसी थी
- दोनों नेताओं के मंच पर पहुंचते ही भीड़ हो गई थी बेकाबू
- भगदड़ जैसे हालात वहां हो गये थे पैदा, हो सकती थी अप्रिय घटना
समाजवादी पार्टी व रालोद की संयुक्त परिवर्तन संदेश रैली के दौरान हुई अराजकता के बाद जिला प्रशासन ने सपा के जिलाध्यक्ष को नोटिस जारी कर दिया है। जिला प्रशासन ने कहा है कि रैली के दौरान भीड़ सुरक्षा के लिये बनायी जाने वाली डी तक में घुस गयी,इससे वीआईपी की सुरक्षा को भी खतरा पैदा हो गया था। पुलिस ने तमाम कोशिश व अथक प्रयास से महानुभाव को सुरक्षित सकुशल रवाना किया गया। ऐसे में संभावित अप्रिय घटना के लिये सीधे सीधे वह जिम्मेदार हैं। उधर, सपा जिलाध्यक्ष ने एक वीडियो वायरल कर आरोप है कि भाजपा के दबाव में जिला प्रशासन ने यह कार्यवाही की है। लाखों की भीड़ देखकर भाजपा परेशान हैं। पूर्व मंत्री मोहम्मद अब्बास ने इसके लिये पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार बताया है।
बता दें कि बीते 7 दिसम्बर को समाजवादी पार्टी व रालोद की संयुक्त परिवर्तन संदेश रैली दबथुवा में आयोजित की गई थी। इसमें सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव व रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने भाग लिया था। रैली में काफी भीड़ जुटी थी, लेकिन जैसे ही मंच पर दोनों नेता पहुंचे भीड़ सुरक्षा के लिये बनाये जाने वाली डी में भी घुस गयी। भीड़ ने मंच पर चढ़ने की भी कोशिश की। इस दौरान भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गये थे।
जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह को भेजे नोटिस में जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि दबथुवा में आयोजित रैली की सशर्त अनुमति दी गई थी। जेड प्लस सुरक्षा से युक्त महानुभव की सुरक्षा में चूक के लिये पार्टी पदाधिकारी को जिम्मेदार बताया गया है। साथ ही अपेक्षा की गई है कि तीन दिन के भीतर इस नोटिस का जवाब देकर उन लोगों के नाम बताये जिन्होंने डी में घुस कर सुरक्षा व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया है। साथ ही जिला प्रशासन ने यह भी चेतावनी दी है कि क्यों ने इस संबंध में आपके व अन्य के विरुद्ध वाद योजित कर वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाये।
इस पर पार्टी जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने एक वीडियो वायरल किया है। इसमें इस हुड़दंग के लिये पुलिस व प्रशासन को जिम्मेदार बताया है। राजपाल सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर वहां ऐसे हालात पैदा होने दिये जिससे ऐसा हुआ। साथ ही यह आरोप भी लगाया कि प्रशासन भाजपा के दबाव में काम कर रहा है, भाजपा रैली की भीड़ व सपा को मिल रहे चौतरफा समर्थन से बौखला गई है।
वहीं पूर्व मंत्री मोहम्मद अब्बास ने कहा कि रैली के दौरान जो भी हुआ उसकी सारी जिम्मेदारी पुलिस व प्रशासन की है। प्रशासनिक अफसर भाजपा के दबाव में नोटिस दे रहे हैं। सपा की सरकार आने पर प्रभाव में आकर द्वेषपूर्ण कार्यवाही करने वाले अफसरों पर भी विशेष नजर रखेगी।