ओमिक्रान के बढ़ते खतरे को देखते हुए मध्य प्रदेश की शिवराज चौहान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। एमपी सरकार ने राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा कर दी है। यह कर्फ्यू रात 11 से सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा। ओमिक्रान के संभावित खतरे को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगाने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है।
खास बात यह भी है कि अभी तक मध्य प्रदेश में ओमिक्रान का कोई भी केस सामने नहीं आया है। बावजूद इसके सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आने वाले खतरे को देखते हुए पहले से ही सतर्कता बरतना ज्यादा मुनासिफ है। अगर जरूरत पड़ी तो आगे भी औऱ कड़े कदम उठाये जा सकते हैं। फिलहाल हालात पर बराबर नजर रखी जा रही है। राज्य के नागरिकों से अपील की है कि वह सतर्कता बरते और मास्क का शतप्रतिशत इस्तेमाल करें, भीड वाली जगहों पर जाने से परहेज करें।
इस बीच, केंद्र सरकार ने ओमिक्रोन से निपटने के लिये राज्यों को कुछ आवश्यक सुझाव दिये हैं। इनके मुताबिक जरूरत पड़ने पर नाइट कर्फ्यू लगाएं, जमावड़ों पर रोक लगाई जाए, खासकर आने वाले त्योहारों के मद्देनजर। कोरोना के केस बढ़ने पर कंटेनमेंट और बफर जोन का निर्धारण करें। टेस्टिंग और सर्वेलांस पर विशेष ध्यान दिया जाए। ICMR और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक, टेस्ट कराए जाएं। डोर टू डोर केस सर्च और आरटीपीसीआर टेस्ट कराए जाएं। डोर टू डोर केस सर्च और आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए। अस्पतालों में बेड, एंबुलेंस और स्वास्थ्य उपकरण बढ़ाने पर फोकस किया