खुशी दूबे की मां को कांग्रेस ने बनाया प्रत्याशी
- दो दिन पहले शादी कर घर आयी थी खुशी
- विकास दूबे के शूटर अमर से हुई थी उसकी शादी
- अमर व विकास बेहद नाटकी मुठभेड़ में मारे गये थे
- खुशी का कसूर क्या सिर्फ अमर दूबे से शादी करना ?
शादी होकर दो दिन पहले ससुराल आई जिस खुशी दूबे को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है उसकी मां को कांग्रेस ने कानपुर की कल्याणपुर सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। प्रत्याशी बनने के बाद गायत्री तिवारी ने कहा कि प्रियंका गांधी से मिलने के बाद उन्हें चुनाव लड़ने की हिम्मत मिली है। उनकी बेटी के साथ इंसाफ नहीं किया गया, शादी के दो दिन बाद ससुराल गई खुशी को योगी सरकार ने जेल में डाल रखा है।
आपको याद होगा कि दो जुलाई 2020 को चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में विकास दुबे ने साथियों संग पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। जिसमें सीओ बिल्हौर सहित आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। बाद में पुलिस ने बेहद नाटकीय मुठभेड़ में विकास दुबे और उसके पांच गुर्गों को ढेर कर दिया था। मुठभेड़ में मारे गए विकास दुबे के शूटर की अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जबकि वह दो दिन पहले ही शादी होकर ससुराल आयी थी। इन दो दिन में वह कौन से अपराध में शामिल हो गयी इसका जवाब किसी के पास नहीं हैं, सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या उसका दोष सिर्फ इतना भर है कि दो दिन पहले उसकी शादी अमर दुबे से हुई है।
खुशी दुबे की मां ने कहा, “कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने के बाद चुनाव लड़ने की हिम्मत मिली हैं। मेरी बेटी को इंसाफ नहीं मिला। निर्दोष होने के बाद भी वह जेल में हैं। इस योगी सरकार ने उनके परिवार को बहुत प्रताड़ित किया है। सरकार भी जानती है कि उनकी बेटी का कोई दोष नहीं है फिर भी वह जेल में हैं। यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बेटी की जमानत नहीं होने दी जा रही है.”