यूपी चुनाव में हिंसा, शाहजहांपुर में हुई सपा बूथ एजेंट की हत्या, एक भाजपाई भी गोली से घायल
नाबालिग से वोट डलवाने का किया था विरोध
शाहजहांपुर में आज सुबह सपा की तरफ से चुनाव लड़े रोशनलाल वर्मा के बूथ एजेंट सुधीर सिंह यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गई। हत्या से पूर्व हमलावरों ने उन्हें दौड़ा दौड़ा कर पीटा और फिर माथे पर गोली मार दी। यहां हुए बवाल के दौरान हमलावरों को पकड़कर बुरी तरह पीटा गया। फायरिंग भी की गई। हमलावरों में शामिल भाजपा कार्यकर्ता वीरेंद सिंह यादव को भी गोली लगी है, उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। आरोप है कि फर्जी मतदान रोकने को लेकर यह हिंसा हुई है जबकि पुलिस ने फर्जी मतदान के आरोप से साफ इनकार किया है। यह हमला रोशन लाल वर्मा के आवास पर हुआ, गेट व दीवार पर फायरिंग के निशान हैं, बावजूद इसके पुलिस ने रोशन लाल समेत कई लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
हमलावरों में शामिल वीरेंद्र सिंह यादव को गंभीर हालत में इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि सुधीर यादव पर हमला करने वाले लोगों के साथ वीरेंद्र भी आया था। यूपी चुनाव में हुई इस पहली हत्या के बाद निगोही ब्लॉक के चकौरा गांव में जबरदस्त तनाव है। पुलिस ने गांव को छावनी में बदल दिया है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने कहा कि यह हत्या चुनावी रंजिश में हुई है। इंकार सिंह यादव और सर्वेश सिंह यादव के पक्षों में पंचायत चुनाव की रंजिश में पथराव और फायरिंग की वारदात हुई। इसमें सुधीर सिंह यादव को गोली लगने से मौत हो गई। वहीं, वीरेन्द्र सिंह यादव नाम के शख्स को भी गोली लगी है।
वहीं, मृतक सुधीर के परिजन ने का आरोप है कि सोमवार को वोटिंग के दौरान भाजपा के लोग नाबालिग से वोटिंग कराने की कोशिश कर रहे थे। इसी को लेकर सुधीर से उनकी झड़प हो गई थी। मंगलवार सुबह उन लोगों ने घर के बाहर सुधीर पर हमला कर उसकी हत्या कर दी। मृतक के पिता नेम सिंह की तरफ से तहरीर दी गई है, जिसमें साफ तौर पर फर्जी मतदान का आरोप भाजपा समर्थकों पर लगाया गया है। वहीं, एसपी एस. आनंद ने फर्जी मतदान से इनकार किया है। सपा प्रत्याशी रोशनलाल वर्मा पर हुए हमले के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ ही 50-60 अज्ञात लोगों समेत रिपोर्ट दर्ज की है, जबकि सपा प्रत्याशी पर हमले का CCTV फुटेज भी सामने आ चुका है। बावजूद इसके पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
सपा प्रत्याशी के आवास पर हमले की पूरी वारदात उनके आवास के बाहर लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। बावजूद इसके पुलिस ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थक की तहरीर के आधार पर सपा प्रत्याशी रोशन लाल, उनके दो बेटों और 50-60 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली।