योगी की सभा से पहले किसानों ने छोड़े गाय, बैल व सांड , अफरातफरी
कांग्रेस बोली- भाजपा सरकार और सांड दोनों जाने वाले हैं
आवारा पशुओं से किसान कितना परेशान हैं, इस विकट होती समस्या से सरकार को दो चार कराने की नीयत से बाराबंकी में किसानों ने सीएम योगी आदित्यनाथ की सभा से पहले वहां सैंकड़ों गाय, बैल व सांड छोड़ दिये। किसानों के इस आक्रामक रूख को देखते हुए पुलिस ने बांस आदि लगाकर किसी तरह इन पशुओं को रैली में आने से रोका। किसानों का कहना था कि सीएम को भी पता चलना चाहिये की इन गाय सांड आदि से उन्हें कितनी परेशानी हो रही हैं, हमारी फसलें बरबाद हो रही हैं।
यह वाक्या मंगलवार का है। दरअसल, बाराबंकी में योगी की रैली करीब डेढ़ घंटे देरी शुरू हुई। यहां उन्हें 4 बजे पहुंचना था। योगी ने आवारा जानवरों की समस्या का अपने भाषण में भी जिक्र किया। कहा, यूपी में जब भाजपा की सरकार बनी तो पहला फैसला किसानों के लिए तो दूसरा निर्णय बेटियों की सुरक्षा था। हमने फैसला लिया था कि गोवंश को बूचड़खानों में कटने नहीं देंगे तो किसानों की फसलें भी नष्ट नहीं होने देंगे। इसके लिए जगह-जगह गोशालाएं बनवाईं। आगे और भी बड़े फैसले किसानों के हित में लिए जाएंगे।
कांग्रेस ने सीएम योगी पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया पर कहा कि पांच साल में उत्तर प्रदेश में जितने भाजपा के सदस्य नहीं बने होंगे, उससे पांच गुना ज्यादा तो सांड इकट्ठे कर दिए भाजपा सरकार ने। चुनाव आते ही अब कह रहे हैं कि “छुट्टा जानवरों” का इंतजाम बांधेंगे। सुनते ही भाजपा के कार्यकर्ता सहमे हुए हैं। भाजपा सरकार और सांड दोनों जाने वाले हैं..
यहां आपको बता दें कि यूपी की सड़कों पर आवारा पशुओं की तादाद बेहद अधिक है। 2019 में जारी हुई पशु गणना की रिपोर्ट में मवेशियों की आबादी में 17% की बढ़ोतरी हुई थी। जबकि देश में आवारा पशुओं की संख्या में गिरावट हुई थी। यूपी में आवारा पशुओं की बढ़ोत्तरी का सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है। चौथे चरण की 60 सीटों में कम से कम 50 पर इस बार सांड बड़ा मुद्दा है। ऐसा योगी सरकार में गोवंश को मिले संरक्षण में इनकी तादाद बढ़ने की वजह से हुआ है। वहीं, भूख शांत करने के लिए ये फसल को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।