महज साढ़े तीन लाख रुपये खर्च कर विधायक बन गये रफीक अंसारी !
चुनाव कितना महंगा हो चला है यह बात किसी से छिपी नहीं है लेकिन मेरठ जिले के ताजातरीन विधायकों ने प्रशासन के समक्ष खर्चे का जो आंकड़ा प्रस्तुत किया है वह कहीं न कहीं चुगली जरूर कर रहा है। बावजूद इसके शहर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े रंजन शर्मा को हार भले ही मिली हो लेकिन उन्होंने सर्वाधिक खर्च दिखाया है। यानी 19 लाख 76 हजार रूपये। सपा से शहर विधानसभा सीट पर एक बार फिर से काबिज हुए रफीक अंसारी ने तीन लाख 57 हजार रुपये खर्च दिखाते हुए दर्ज कर ली। बसपा के दिलशाद ने कुल सवा दो लाख रुपये खर्च किये , ऐसा प्रशासन के समक्ष दावा किया है।
मेरठ कैंट सीट से चुनाव लड़े अमित अग्रवाल ने कुल 14 लाख रुपए में पूरा चुनाव लड़ लिया। शहर सीट से भाजपा प्रत्याशी कमलदत्त शर्मा का पहला चुनाव था लेकिन कमलदत्त ने 14 लाख से अधिक रकम चुनाव में खर्च की है। मेरठ नगर निगम में पार्षद, डिप्टी मेयर रंजन शर्मा शहर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े हैं । रंजन ने अपने चुनाव में सबसे ज्यादा पैसा खर्च किया है। खर्च में बड़ा खर्च ई-रिक्शों से प्रचार और कार्यकर्ताओं की दावतों में किया है। रंजन ने खर्च को जो ब्यौरा सबमिट किया है उसमें रिक्शा प्रचार पर एक लाख से अधिक का खर्चा शो किया है। हलवाई, तेल, दूध, पनीर पर भी हजारों रुपया खर्च किया है।
मेरठ सिवालखास सीट पर गठबंधन प्रत्याशी सपा के पूर्व विधायक गुलाम मोहम्मद ने कुल 5 लाख 46 हजार 29 रुपए में चुनाव लड़ा। इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशी जगदीश प्रसाद भी खर्च में पीछे रहे। जगदीश प्रसाद ने 5 लाख 74 हजार 100 रुपए में चुनाव लड़ लिया। भाजपा से प्रत्याशी मनिंदर पाल सिंह ने 13 लाख 48 हजार का खर्च दिखाया है। रफीक ने पूरे चुनाव में कुल 3,57,340 रुपए खर्च किए और मैदान जीत लिया। अमित अग्रवाल 14, 23, 419 रुपया खर्च किया है।
एक नजर में 👇
मेरठ शहर- रफीक अंसारी-सपा- 3,57,340
मेरठ कैंट- अमित अग्रवाल- भाजपा- 14, 23,419
मेरठ दक्षिण- सोमेंद्र तोमर- भाजपा- 11,89,577
हस्तिनापुर- दिनेश खटीक- भाजपा- 12,81,243
सरधना- अतुल प्रधान- सपा- 5,31,279
सिवालखास- गुलाम मोहम्मद- सपा, रालोद- 5,46,029
किठौर- शाहिद मंजूर- सपा-10,65,156