शासन के कड़े रुख के बाद भाजपाई आये बैक फुट पर, फिलहाल नहीं होगा जागरण ।
- मुस्लिम बाहुल्य हाशिमपुरा में दो मई को होना था देवी जागरण
- भाजपा नेता दीपक शर्मा ने दी थी इंस्पेक्टर को खुली चेतावनी
- दम है तो रोक लेना, देवी जागरण तो हो कर रहेगा
- इंस्पेक्टर ने साफ कहा था-बिना परमिशन आयोजन नहीं होने दूंगा
- भाजपा नेताओं ने आयोजन को बना लिया था प्रतिष्ठा का सवाल
- एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कोई नया धार्मिक आयोजन बिना परमिशन नहीं होगा
- आयोजन परम्परागत नहीं हैं, जबकि मुझे यही बताया गया था- कमल दत्त शर्मा
- शासन की मंशा के अनुरूप अब कार्य होगा- कमल दत्त शर्मा
मेरठ के मुस्लिम बाहुल्य हाशिमपुरा में बिना परमिशन देवी जागरण कराने की जिद को लेकर उत्पन्न टकराव संबंधी विवाद का आज पटाक्षेप हो गया है। शासन द्वारा यह स्पष्ट कर देने के बाद कि किसी भी ऐसे नये धार्मिक आयोजन की परमिशन नहीं दी जायेगी जो दूसरे की भावनाओं के विपरीत है। अगर कोई आयोजन करना भी है तो उसके लिये बकायदा एक प्रक्रिया है, उसकी परमिशन लेनी होगी। शासन के कड़े रूख के बाद वे लोग बैक फुट पर आ गये हैं जिन्होंने दावा किया था कि अब हाशिमपुरा में बिना इजाजत देवी जागरण वे कर के रहेंगे, दम हो तो रोक लेना। वहीं भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा से जब फर्स्ट बाइट ने बात की तो उन्होंने कहा कि हाशिमपुरा में देवी जागरण परम्परागत नहीं हैं जबकि उन्हें ऐसा बताया गया था, वह वहां इस विवाद को निपटाने ही गये थे लेकिन सिविल लाइन इंस्पेक्टर की भाषा के कारण उन्हें यह ऐलान करना पड़ा था। अब ईद के बाद परमिशन लेकर ही जागरण होगा । मेरठ में पिछले कुछ समय से सांप्रदायिक टकराव जैसे हालात पैदा हो गये थे। ऐसा मुस्लिम बाहुल्य हाशिमपुरा में देवी जागरण कराने की जिद के चलते हुआ। सोशल मीडिया पर तमाम भाजपाइयों ने यह अभियान चला दिया कि 2 मई को जागरण तो होगा है, दम है तो रोक लेना। इसके अलावा भाजपा नेता दीपक शर्मा की इंस्पेक्टर सिविल लाइन रमेश चंद शर्मा से तीखी नोकझोंक हुई जिसका एक आडियो वायरल हो गया। इसमें दीपक को जहां यह कहते सुना गया कि आपसे जितना रोका जाये रोक लेना, जागरण होकर रहेगा। हम भी अपनी औकात देखेंगे इस शहर के अंदर। वहीं इंस्पेक्टर ने कहा कि देश संविधान से चलता है, बिना परमिशन हाईवे पर आयोजन होने नहीं दूंगा ।।