कुछ इस तरह छलका आजम खान का दर्द..कुछ तो मजबूरियां रही होंगी
812 दिन जेल में रहने के बाद सपा के संस्थापक सदस्य व विधायक आजम खान ने जेल से बाहर खुली हवा में सांस ली तो उनका दर्द भी छलक कर सामने आ गया। लेकिन कुछ इस तरह कि सीधे सीधे किसी पर निशाना नहीं लगाया, जो कहा कुछ ऐसा कि लोग कयास ही लगाते रह जायें। अपने पहले साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि ‘मैं लंबे समय से जेल में था, पता नहीं राजनीतिक रूप से प्रदेश में क्या क्या हुआ। कुछ मजबूरियां रही होंगी (सपा के लिए)। मुझे कोई शिकायत नहीं है लेकिन अफसोस है कि कोई बदलाव नहीं आया। सोचूंगा कि मैं अपनी वफादारी, कड़ी मेहनत, ईमानदारी में कहां चूक गया कि मैं नफरत का ऐसा पात्र बन गया।’
आजम खांं ने कहा कि,’मैं उन सभी का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मेरे लिए प्रार्थना की और सहानुभूति दी… चाहे वह सपा, बसपा, कांग्रेस, टीएमसी, या यहां तक कि भाजपा हो। सभी दलों को कमजोर लोगों के बारे में सोचने की जरूरत है। आजम खां जब सीतापुर जेल से निकले तो गेट पर उन्हें प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव और आजम खां के दोनों बेटों के साथ सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे पर कोई नहीं था तो वो सपा प्रमुख अखिलेश यादव। कुछ दिन पहले अखिलेश ने एक बयान में कहा था कि आजम खां से तभी मुलाकात होगी जब वो जेल से बाहर आएंगे। आजम की रिहाई के बाद जहां शिवपाल यादव खुद पहुंचे तो वहीं अखिलेश यादव ने ट्वीट कर उन्हें रिहा होने की बधाई दी थी। इससे पहले सपा के प्रतिनिधिमंडल ने जेल में उनसे मुलाकात करनी चाही तो उन्होंने मिलने से इनकार कर दिया था। हां, शिवपाल से उनकी जरूर मुलाकात व लंबी बातचीत हुई।