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रामलला के गर्भगृह का योगी ने किया शिलापूजन,कहा राम मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा

Jun 1, 2022
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  • पांच अगस्त को पीएम मोदी ने मंदिर का किया था भूमि पूजन
  • आज योगी ने गृभगृह का किया शिलापूजन
  • 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी मस्जिद की गई थी ध्वस्त
  • राम मंदिर व व श्रीकृष्ण जन्मस्थान के निकट शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया

अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य श्री राम मंदिर के गर्भगृह के निर्माण के लिये आज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आधारशिला रखी। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे गर्भगृह का श‍िलापूजन करना मेरे ल‍िए सौभाग्‍य की बात है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का भव्य मंदिर अयोध्या धाम में बनकर देश और दुनिया के सभी सनातन हिन्दू धर्मावलंबियों की आस्था का प्रतीक तो बनेगा ही, श्री राम जन्मभूमि मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा।

आधारशिला रखने के साथ ही यूपी की योगी सरकार ने अब भगवान श्रीराम मंदिर क्षेत्र में शराब नहीं बिकेगी. श्रीराम मंदिर क्षेत्र में आने वाली शराब दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं. इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मस्थान के आसपास के क्षेत्र में शराब की बिक्री पर बुधवार से पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।

दरअसल, पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमिपूजन किया था। मंदिर की नींव का काम पूरा हो चुका है और अब गर्भगृह निर्मित होने के साथ ही सांस्कृतिक अस्मिता के नवयुग का आरंभ होगा। यह दिन देखने के लिए रामभक्तों ने करीब पांच शताब्दी तक सुदीर्घ संघर्ष किया और पीढिय़ों ने बलिदान दिया। आज आधारशिला रखे जाने के दौरान मौके पर महंत नृत्य गोपाल दास, डिप्‍टी सीएम केशव मौर्य, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि मौजूद रहे। 

आपको याद दिला दें कि एक मार्च 1528 को मीर बाकी के तोप के गोलों से भव्य राम मंदिर के साथ वह केंद्रीय आगार भी ध्वस्त हो गया था, जहां रामलला विराजमान थे। रामलला तो अपने गर्भगृह से वंचित हुए ही और उस स्थल पर ध्वस्त मंदिर के मलबे से ही मस्जिद बना दी गई। रामजन्मभूमि के संघर्ष का इतिहास विवेचित करती पुस्तकों के अनुसार इसके बाद 76 युद्ध हुए और लाखों रामभक्तों ने बलिदान दिया।

छह दिसंबर 1992 को रामलला को विवादित इमारत के ध्वंस के बाद रामलला को 27 वर्ष तीन माह और 19 दिन बिना स्थायी छत के व्यतीत करने पड़े। 25 मार्च 2022 को रामलला को वैकल्पिक गर्भगृह मिला। तय कार्यक्रम के अनुसार रामलला भले दिसंबर 2023 तक मूल स्थान पर निर्मित गर्भगृह में विराजमान होंगे, कि‍ंतु बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों भव्य गर्भगृह के निर्माण की शुरुआत के साथ ही राम भक्तों का आह्लाद शिखर पर होगा।

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