अग्निपथ योजना : युवाओं संग कदम मिलाने को कांग्रेस का आज सत्याग्रह
अग्निपथ योजना के देश व्यापी विरोध के बीच आज कांग्रेस दिल्ली जंतर मंतर पर सत्याग्रह कर रही है। यह सत्याग्रह सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए पेश की गई ‘अग्निपथ’ योजना का विरोध कर रहे युवाओं के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के वास्ते किया जा रहा है। इसमें राहुल गांधी के भी भाग लेने की संभावना जताई जा रही है। इस बीच, राहुल गांधी का यह बयान सामने आया है कि तीन कृषि कानून की तरह ही पीएम मोदी को माफीवीर बनकर अग्निपथ योजना को वापस लेना होगा।
दरअसल, केंद्र की भाजपा सरकार युवाओं के सेना में भर्ती के लिये अग्निपथ योजना ले कर आई है। इस योजना के तहत भर्ती सैनिक का कार्यकाल सिर्फ चार साल होगा। चार साल बाद उसे वे सुविधाएं भी नहीं मिलेंगी जो बाकी सैनिकों को मिलती आ रही हैं। इस नियम को बदलने की मांग करते हुए देश का युवा सड़क पर उतर आया है। जगह जगह आगजनी पथराव के साथ रेल गाडियों को फूंका जा रहा है। आज रविवार को करीब सात सौ ट्रेन इस विरोध के चलते रद्द कर देनी पड़ी हैं। उधर, भाजपा ने अपने सभी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे इस योजना का लाभ लोगों को बतायें। इसके लिये व्हाट्स अप व अन्य सोशल मीडिया का भी बखूबी इस्तेमाल किया जा रहा है।
राहुल गांधी का केंद्र पर हमला
इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ”आठ सालों से भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का लगातार अपमान किया है। मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा”। राहुल के साथ ही प्रियंका गांधी ने भी केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने शनिवार को कहा था कि सेना में भर्ती की तैयारी करने वाले ग्रामीण युवाओं का दर्द समझिए। तीन साल से भर्ती नहीं निकली। युवाओं के पैरों में दौड़-दौड़ के छाले पड़ गए। वे निराश-हताश हैं। युवा वायुसेना में भर्ती के परिणाम और नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे। सरकार ने उनकी स्थायी भर्ती, रैंक, पेंशन, रुकी भर्ती- सब छीन लिया। प्रियंका गांधी ने सशस्त्र बलों में भर्ती को लेकर देरी के संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखे एक पत्र की प्रति भी सांझा की है।