- चार पुलिस कर्मियों ने भीड़ ने पकड़कर पुलिस को सौंपा
- एक ड्राइवर की तलाश में गई थी यूपी पुलिस
- ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख ने की थी स्थानीय पुलिस बुलाने की मांग
- कहासुनी में फायरिंग होने से ब्लाक प्रमुख की पत्नी की मौत
- पकड़े गये पुलिस कर्मी मेडिकल के दौरान भाग निकले
- डीआईजी ने लगाये यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप
उत्तराखंड। काशीपुर में बीते दिवस ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख के घर दबिश देने पहुंची यूपी पुलिस के साथ लोगों की नोक-झोंक हो गई। इस दौरान पुलिस की तरफ से चली गोली लगने से ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मौत हो गई। इससे गुस्साए लोगों ने घंटों तक एनएच 74 को बाधित रखा। जाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर किसी तरह जाम को खुलवाया। ये मामला कुंडा थाना क्षेत्र का है। एसएसपी उधमसिंह नगर मंजूनाथ टीसी भी कुंडा थाने पहुंचे और उन्होंने कहा कि इस मामले में हर पहलू की जांच की जा रही है। गंभीर बात यह भी है कि यूपी पुलिस बिना वर्दी वहां दबिश देने पहुंची थी।
दरअसल, जसपुर के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर का फार्म कुंडा थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम भरतपुर में है। बुधवार को करीब साढ़े छह बजे एक दर्जन लोग दो गाड़ियों में सवार होकर उनके फॉर्म पर पहुंचे और किसी शख्स को लेकर पूछताछ करने लगे। सभी सादी वर्दी में थे। उन्होंने बताया कि वे यूपी के ठाकुरगंज से आए हैं और पुलिसवाले हैं। ठाकुरगंज थाने में एक ड्राइवर वांछित है जिसकी तलाश में वे यहां आए हैं। इस पर ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि पहले उत्तराखंड पुलिस आए और फिर तलाशी लें।
इसके बाद दोनों पक्षों में हुई नोक-झोंक के दौरान फायरिंग हो गई जो गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरजीत कौर को जा लगी। महिला को गोली लगते ही यूपी पुलिसकर्मियों ने मौके से भागने की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद लोगों ने चार पुलिसवालों को पकड़ लिया और कुंडा पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं गोली लगने से घायल गुरजीत कौर को एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मौत की खबर मिलते ही उनके समर्थक भड़क उठे और उन्होंने एनएच 74 पर जाम लगा दिया। हंगामे की खबर मिलते ही गदरपुर विधायक अरविन्द पांडेय, जसपुर विधायक आदेश सिंह चौहान, काशीपुर के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, पूर्व सांसद बलराज पासी भी मौके पर पहुंच गए। लोगों की बढ़ती नाराजगी को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी जिले भर की पुलिसफोर्स को बुला लिया गया।
नाराज लोगों ने नेशनल हाईवे 74 को जाम किया
हाईवे जाम की खबर मिलने के बाद डीआईजी कुमायुं नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी उधमसिंह नगर मंजुनाथ टीसी भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने नाराज लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन लोग उक्त पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। कई घंटो की मशक्क्त के बाद जब पुलिस ने गुरताज भुल्लर की तहरीर पर 12 पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया और सभी की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। जिसके बाद लोगों को गुस्सा शांत हो सका।
इस बीच, डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा है कि यूपी पुलिस द्वारा उत्तराखंड पुलिस को दबिश की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कुंडा पुलिस को पकड़ कर सौंपे गए यूपी पुलिस के चार पुलिसकर्मी मेडिकल कराने के दौरान भाग निकले। इस दौरान यूपी बॉर्डर पर सूर्या चौकी द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास किया गया लेकिन वे बेरिकेटिंग तोड़कर भाग गए हैं। डीआईजी भरणे ने कहा कि उनकी मुरादाबाद पुलिस से वार्ता हुई है जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी।