मवाना पुलिस अवैध खनन कराकर ऐसे कमाती है पैसा
- मेरा या परिवार से ईशांत का कोई लेना देना नहीं -दिनेश
- मवाना व गंगानगर क्षेत्र में अवैध खनन जोरों पर
- सत्ता व एमडीए अफसरों का खुला संरक्षण
- पुलिस वाहन तो पकड़ लाई लेकिन कोई पकड़ा नहीं गया
- मवाना थाना पुलिस की भूमिका सवालों के दायरे में
- खनन माफिया है गिरफ्तार ईशांत खटीक-राज्यमंत्री दिनेश खटीक
जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने इस बात से साफ इनकार कर दिया है कि मवाना थाने में पुलिस से हाथापाई करने वाला इशांत खटीक उनका भतीजा है। दिनेश खटीक ने कहा कि गिरफ्तार इशांत खटीक खनन माफिया है और थाना मवाना पुलिस का उसे खुला संरक्षण प्राप्त है। थाना पुलिस की मदद से वह क्षेत्र में अवैध खनन करता आ रहा है। राज्यमंत्री ने एक बार फिर यह आरोप लगा कर यूपी पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिया है कि मवाना थानाध्यक्ष और वह दरोगा पैसे लेकर अवैध खनन कराते हैं। आपको बता दें कि मवाना व गंगानगर क्षेत्र में अवैध निर्माण व कच्ची कालोनियों की इन दिनों बाढ़ आई हुई है। यहां मिट्टी की जरूरत होती है लिहाजा आसपास के इलाके में जमकर मिट्टी की अवैध खुदाई हो रही है। मेरठ विकास प्राधिकरण व सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं का इन माफियाओं को खुला संरक्षण हैं।
दरअसल, मवाना थाने के ग्राम सठला में पुलिस ने अवैध खनन करते जेसीबी मशीन आदि को तो जब्त कर लिया था लेकिन मेरठ की चुस्त पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं कर पायी थी। इशांत खटीक सत्ता के नशे में थाने खुद ही पहुंच गया। आरोप है कि वहां उसने दरोगा सतीश आदि से हाथापाई कर दी जिस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। खटीक होने के कारण इशांत का नाम सीधे सीधे राज्यमंत्री दिनेश खटीक से जोड़ दिया गया। आज एक शोकसभा में मेरठ पहुंचे डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव प्रसाद के समक्ष यह मामला उठा तो राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने मीडिया से यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की
https://youtu.be/LsAlY6xlMW8