ऑनलाइन दवा कारोबार के खिलाफ मोर्चा, उठेगा सरकार के सामने मुद्दा
- ऑनलाइन दवा कारोबार से केमिस्ट हुए बेरोजगार
- दवा कंपनी व चिकित्सकों की मिलीभगत जगजाहिर
- अधिक एमआरपी पर मिल रही हैं दवाएं
- चिकित्सक के अलावा अन्य कहीं नहीं मिलती दवा
- नामी गिरामी चिकित्सकों ने परिसर में ही स्टोर खोले
- सरकार ने बात मानी तो होगा जीएसटी में फायदा- इंद्रपाल सिंह
- सरकार एमआरपी घटा कर दे आमजन को राहत-सुधीर अग्रवाल
- सरकार की जानकारी में लायेंगे ये मामला-अमित अग्रवाल
ऑनलाइन दवा कारोबार को बंद कराने की मांग करते हुए आज होलसेलर एंड रिटेलर कैमिस्ट्स एसोसिएशन ने मोर्चा खोल दिया है। मेरठ में हुए पश्चिम उत्तर प्रदेश के दवा व्यापारियों के सम्मेलन में कहा गया कि यहां सवाल केवल व्यापार का नहीं है बल्कि इससे होने वाले दो करोड़ लोगों को बेरोजगारी से बचाने का है। यह लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि जनता के हित में है। चिकित्सक जब अपनी लिखी हुई दवा , अपने संस्थान में ही रखेंगे, वह किसी अन्य मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलेगी तो मरीज व तीमारदारों को दवा लेने के लिये मजबूरन चिकित्सक के पास ही आना पड़ेगा। इसमें पैसे व समय दोनों की ही बर्बादी है। इस मौके पर मौजूद मेरठ कैंट विधायक व विधानसभा की प्रतिनिहित विधायन समिति के सभापति अमित अग्रवाल ने इस गंभीर मुद्दे को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
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