मेरठ के अर्जुन चौधरी ने साथी ल्यूक संग स्टार्ट अप फाउंडर्स को लगाया करोड़ों का चूना
- वर्ल्ड स्टार्ट अप कन्वेंशन घोटाला
- ग्रेटर नोएडा में हुआ वर्ल्ड स्टार्ट अप कन्वेंशन
- नीतिन गडकरी का फोटो लगाकर फेंका जाल
- पीएम मोदी, एलन मस्क का किया था प्रचार
- प्रचारित नामों को न आना था और न ही कोई आया
- स्टार्ट अप फाउंडरों ने किया हंगामा, रिपोर्ट दर्ज
- IHM मेरठ से निकला है अर्जुन चौधरी
- वर्ल्ड स्टार्ट अप कन्वेंशन के को फाउंडर हैं अर्जुन व ल्यूक
- उम्मीद की किरण लेकर आये फाउंडर रोये खून के आंसू
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व नारायण राणे के साथ फोटो, लुक आउट जैसी ख्याति प्राप्त पत्रिका में इनफारमेशन, प्रसिद्ध लेखक चेतन भगत द्वारा लोगों को वर्ल्ड स्टार्टअप मेगा कन्वेंशन के लिये प्रचार करना, इन सभी कोशिशों को किसी भी इवेंट की सफलता की गारंटी कहा जा सकता है। और फिर यदि पीएम मोदी के साथ ट्वीटर मालिक और सितंबर 2021 से दुनिया के सबसे अमीर शख्स रहे हैं एलन मस्क के आने का भी प्रचार किया जाए तो सोने पर सुहागा। रही सही कसर नितिन गडकरी के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी, यूपी डिप्टी चीफ मिनिस्टर केश्व प्रसाद मौर्य, केंद्रीय मंत्री मनसुख एल मांडविया के पोस्टर व आने की खबर ने पूरी कर दी। इसके साथ ही देश के स्टार्टअप फाउंडर को सब्जबाग दिखाया गया था कि पचास मुल्कों के 75 हजार स्टार्ट अपस व सर्विस प्रोवाइडर, डेढ़ हजार इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स और नौ हजार एंजल इनवेस्टर्स दुनिया के इस सबसे बड़े स्टार्टअप फंडिंग फेस्टिवल में भाग लेने आ रहे हैं।
(विस्तार से देखिये 👇)
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इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहे स्टार्टअप फाउंडर को इससे एक उम्मीद की किरण दिखी थी, अपना सब कुछ दांव पर लगाकर मोटी धनराशि पे करके वे एक्सपो सेंटर एंव मार्ट, नालेज पार्क ग्रेटर नोएडा पहुंचे लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं था। समझते देर नहीं लगी कि मेरठ के आईएचएम यानी इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट से निकले अर्जुन चौधरी व उसके साथी ल्यूक तलवार द्वारा बुने गये मायाजाल में फंस कर ठगे जा चुके हैं। अर्जुन चौधरी व ल्यूक तलवार इस वर्ल्ड स्टार्टअप कन्वेंशन के सह संस्थापक हैं। दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई लेकिन कुछ नहीं हुआ। अर्जुन चौधरी व ल्यूक तलवार अमृत महोत्सव का लोगो लगाकर करोड़ों रुपये ठगकर फरार हो चुके हैं।
अब विश्वास की गंगा में स्टार्टअप फाउंडर को गोते लगवाने वालों में शामिल इन्फ्लुएंसर चेतन भगत, प्रफुल्ल बिलोरे, राज शामानी, अंकुर वारीकू अपना पल्ला झाड़ कर किसी ओर के सपनों को हवा देने निकल गये है।
प्रधानमंत्री मोदी के अति महत्वकांक्षी स्टार्टअप योजना को पलीता लगाने के लिये आज से नौ माह पूर्व आईएचएम मेरठ से निकले अर्जुन चौधरी व ल्यूक तलवार ने ताना बाना बुना था। लोग उन यकीन करें इसके लिये केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी से मुलाकात की और फिर इसके प्रचारित किया गया।
लुक आउट जैसी पत्रिका में छपे लिख में दोनों नीतिक गडकरी के साथ खड़े हैं। हिंदुस्तान टाइम्स ने अर्जुन व ल्यूक के हवाले से बताया कि अब तक फंडिंग के लिये एक लाख से ज्यादा एप्लीकेशन उनके पास आ चुकी हैं। नोटेबल इन्वाइटीज में पीएम मोदी , गौतम अड़ानी, एलन मस्क, शेख हमदन के नाम बताये गये थे। कुछ समय बाद पीएम मोदी इस पोस्टर से बाहर हो गये और उनकी जगह एलन मस्क प्रमुखता से प्रकाशित किये गये। फिर कुछ समय बाद एलन मस्क व गौतम अड़ानी भी बाहर हो गये और उनकी जगह पोस्टर में नीतिन गडकरी, उत्तराखंड सीएम पुष्कर धामी, यूपी डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को प्रमुखता दे दी गई।
24, 25 और 26 मार्च को आयोजित वर्ल्ट स्टार्टअप कन्वेंशन में सब पहुंचे लेकिन जिनके नाम पर मोटा फंड को फाउंडर अर्जुन चौधरी व ल्यूक तलवार ने जेल में डाला था वे नहीं आये। जिन इन्फ्लुएंसर ने खुद वहां पहुंचने की बात कही थी वे भी नहीं पहुंचे। कारण साफ था सभी अपना काम और जेब भर चुके थे, एक उम्मीद की किरण लिये वहां पहुंचे स्टार्टअप फाउंडर की जेब पर डाका डाल कर। सवाल उठता है कि सरकारी मशीनरी का इस स्कैम में खुलकर दुरुपयोग किया गया लेकिन किसी को खबर नहीं पहुंची। मेरठ सर्वोदय कालोनी निवासी अर्जुन चौधरी के पिता विनय चौधरी का मेरठ गढ़ रोड पर एलीगेंट होंडा नामक शोरूम है।