परिक्षितगढ़: गांव प्रधान के बेटों की गुंडागर्दी, सरेआम करते हैं लड़की से छेड़खानी
परिक्षितगढ़ थाना क्षेत्र में प्रधान व उसके बेटों की गुंडागर्दी से परेशान लोग एसएसपी कार्यलय पहुंचे। पीड़ितों ने बताया कि प्रधान के घर के लड़के लड़कियों से छेड़खानी करते हैं विरोध करने पर उनका पीट पीटकर बुरा हाल कर दिया व जान से मारने की धमकी दी। कार्रवाई के लिये थाने पहुंचे तो पुलिस भी प्रधान की है। पुलिस की ओर से भी कोई समर्थन नहीं मिला इसलिये एसएसपी कार्यलय का दरवाजा खटखटाया।
दरअसल, मामला थाना परिक्षितगढ़ के गांव समसपुर का है। जहां का वर्तमान प्रधान वीरेंद्र सिंह है। प्रधान का बेटा भूरा है जो अपने साथी शिवम के साथ मिलकर एक बिन बाप की बच्ची से छेड़खानी व अश्लीलता जैसी हरकतों को अंजाम दे रहा था। कई दिन गुज़र जाने पर जब प्रधान के बेटे की हरकतों में कोई तब्दीली नहीं आई तो पीड़िता युवती ने सारी बात अपने चाचा सरजीत को बताई। यह सब सुनकर सरजीत शिवम के पिता पप्पन व भूरे के पिता वीरेंद्र ग्राम प्रधान के पास पहुंचा और कहा कि जो भी हो रहा ठीक नहीं हो रहा। यह सब सुनकर प्रधान भड़क गया और बोला कि तुम हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हो। इस दौरान प्रधान ने सरजीत व उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी दी। धमकी के कुछ देर बाद भूरा, वीरेंद्र सिंह, शिवम, पप्पन सिंह व दीपक पुत्र वीरेंद्र सिंह , सरजीत के घर पहुंचे जहां उनके तमाम परिवार पर लाठी डंडें, लोहे की छड़, सरिये आदि से हमला कर दिया। इन सब ने एक राय होकर घर के तमाम सदस्यों के हाथ पांव तोड़े, दांत तोड़े व सरजीत की पत्नी पर भी हमला किया।
मारपिटाई के बाद प्रधान के खिलाफ पीड़ितों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसपर पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि वीरेंद्र सिेह राजनैतिक व्यक्ति है, वह किला सीएचसी में भी मना करके गया है कि इन पीड़ितों का मेडिकल न किया जाये।