मेरठ: स्कूलों व डाक्टर्स के बढ़ते भ्रष्टाचार के खिलाफ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
देश में बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। विद्यालयों में बच्चों की फीस व डाक्टर्स की बढ़ती मानमानियों ने तो जैसे भ्रष्टाचार की टांग तोड़कर रख दी है। प्राइवेट नर्सिंग होम व स्कूल आम आदमी की जान लेने पर तुले हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि एंटी करप्शन एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने कहा है। उन्होने जिलाधिकारी दीपक मीणा के सामने चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ते करप्शन को रोकने की मांग की है।
जगदीश शर्मा अपने समर्थकों के साथ मेरठ कमिश्नरी पहुंचे और हंगामा करते हुए शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई। उनका कहना है कि स्कूलों की बढ़ती फीस और किताबों के बढ़ते मूल्य के साथ एक आम आदमी अपने बच्चे को अच्छे स्कूल में कैसे पढ़ाये। प्राईवेट स्कूल तो जैसे गरीब आदमी की जान लेने पर तुले हैं। इसी के साथ उनका ये भी कहना है कि प्रदेश में चिकित्सा के क्षेत्र में सबसे बड़ा घोटाला है।
सरकारी हाॅस्पिटल में जाने पर एक भी सरकारी दवा नहीं मिलती सारी दवांए प्राईवेट होती हैं। प्राईवेट अस्पताल में मरीज को मरने के बाद भी कई दिन वेंटिलेटर पर रखा जाता है ताकि भारी बिल वसूला जा सके। प्राइवेट डा. एक बार देखने में ही मरीज को लूट लेते हैं। जिसके चलते आगे का इलाज कराने के लिये मरीज को 100 बार सोचना पड़ता है। इन तमाम मांगो को लेकर अखिल भारतीय भ्रष्टाचार के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपा।