करनाल में किसानों का आंदोलन छह दिन बाद खत्म, जांच का आश्वासन
करनाल मिनी सचिवालय में जुटे थे किसान
तीन कृषि कानून का लगातार कर रहे हैं विरोध
किसानों पर लाठीचार्ज की होगी न्यायिक जांच
प्रशासन के साथ संगठन ने की समाप्ति की घोषणा
पांच जिलों का इंटरनेट प्रशासन ने किया था बाधित
करनाल। कृषि कानून के खिलाफ पिछले छह दिन से हरियाणा के करनाल जिले में चला आ रहा विरोध प्रदर्शन खत्म करने का फैसला लिया गया है। हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के चीफ गुरुचरण सिंह चढ़ूनी ने कहा है कि हम सभी ने प्रशासन से बातचीत के बाद उनसे मिले आश्वासन के बाद अपना धरना खत्म करने का फैसला किया है। धरना खत्म करने की घोषणा संगठन ने प्रशासनिक अफसरों के साथ की मीडिया वार्ता में की। यह आश्वासन भी प्रशासन की तरफ से दिया गया है कि लाठीचार्ज की घटना की न्यायिक जांच की जायेगी।
दरअसल, 28 अगस्त एक एसडीएम का वह वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह सीमा पार करने की कोशिश करने वाले किसानों का सिर फोड़ने की बात कही थी। इस वीडियो के बाद प्रशासन की खासी किरकिरी हुई थी। किसानों ने दावा किया था कि इस आदेश के बाद ही हुए लाठीचार्ज में एक किसान क 28 अगस्त को मौत हो गयी है, हालांकि प्रशासन ने इस आरोप को खारिज कर दिया था।