यूपी विधानसभा चुनाव जितना तेजी से करीब आ रहे हैं, पक्ष व विपक्ष अपने विरोधियों को कटघरे में खड़ा करने का कोई मौका छोड़ने के लिये तैयार नहीं हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो इन दिनों विपक्ष काो प्रचार पाने का एक बड़े हथियार के रूप में हाथ लगा है। इस वायरल वीडियो में यूपी के मुख्यमंत्री को आरती व घंटी बजाते हुए पूजा अर्चना करते दिखाया गया है। इस वीडियो की पृष्ठभूमि क्या रही होगी यह तो बताया नहीं जा सकता है लेकिन विपक्ष का कहना है कि सिर्फ कैमरे के मोह के कारण योगी आदित्यनाथ ईश्वर की नहीं बल्कि कैमरे की आरती उतार रहे हैं। इसका माखौल उड़ाते हुए तमाम अन्य वीडियो भी इन दिनों वायरल हो रहे हैं।
कांग्रेस की डा रागिनी नायक ने इस पर टिप्पणी करते हुए ट्वीट किया है कि मन न रंगाये , रंगाए योगी कपड़ा, फोटो के चक्कर में बौराये गये लबरा, प्रभु रह गये पीछे, आरती के सामने हैं कैमरा
वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा लिखते हैं कि विपक्ष वाले बहुत नकारात्मक होते हैं। भगवान के अलावा सीएम योगी मीडिया की भी आरती उतार रहे थे। भावनाओं को समझिये, क्योंकि चाहे केंद्र और या फिर यूपी सरकार, इनका वजूद काफी हद तक इसी गुल्लू मीडिया की वजह से है, ये न हो तो सारा भ्रम टूट ही जायेगा।
हास्य कलाकार सुनील पाल ने भी ऐसा ही एक वीडियो बनाकर वायरल किया है
विपक्ष ने इस आरती पर सवाल खड़े किये तो सोशल मीडिया पर विपक्ष पर हमलावर होने से पक्ष भी कहां पीछे रहे। सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे फोटो डाले गये हैं जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला मंदिर के बाहर पब्लिक की तरफ हाथ जोड़े खड़े हैं। ट्वीट कर उन्हें बताया जा रहा है कि भगवान तो भीतर हैं, .