दिल्ली से रवाना हुई पहली रामायण सर्किट ट्रेन, अयोध्या से चित्रकूट तक होंगे दर्शन
- अयोध्या से रामेश्वरम तक चलेगी ट्रेन
- श्री रामायण यात्रा एक्सप्रेस-श्री गंगानगर 25 नवंबर को रवाना होगी
- अब चार अन्य रेलगाड़ियां भी रवाना होंगी
आईआरसीटीसी ने भगवान राम से जुड़े तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए ‘श्री रामायण यात्रा’ ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया है। देश की पहली रामायण सर्किट ट्रेन 7 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई है। यह ट्रेन भारतीय रेलवे का एक अभिनव प्रयास है, जो यात्रियों को अगले 17 दिन में प्रभु श्री राम के जीवन से जुड़े प्रमुख स्थानों जैसे अयोध्या, सीतामढ़ी और चित्रकूट इत्यादि के दर्शन करवाएगी। यात्रा का पहला पड़ाव प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या होगा। इसके बाद ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहां जानकी जन्म स्थान और नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर के दर्शन होंगे। ट्रेन का अगला पड़ाव काशी होगा, जहां से पर्यटक बसों के जरिए काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट की यात्रा करेंगे।
इंडियन रेलवे कैटरिंग ऐंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन ने शनिवार को बताया कि इस तरह की एक यात्रा सात नवंबर से शुरू हो चुकी है। ‘‘पहली रामायण सर्किट ट्रेन सात नवंबर को नई दिल्ली से चली। उसके बाद अब चार अन्य रेलगाड़ियां भी रवाना होंगी.’’ । दक्षिण भारत के धार्मिक पर्यटन बाजार के मद्देनजर आईआरसीटीसी श्री रामायण यात्रा एक्सप्रेस-मदुरै का संचालन करेगा। यह ट्रेन मदुरै से शुरू होगी और हम्पी, नाशिक, चित्रकूट, इलाहाबाद, वाराणसी जाएगी. फिर मदुरै वापस आएगी। यह ट्रेन 16 नवंबर को रवाना होगी। इसमें बताया गया कि श्री रामायण यात्रा एक्सप्रेस-श्री गंगानगर 25 नवंबर को रवाना होगी।