अखिलेश यादव का सीएम योगी पर तंज- शुक्र है श्रेय लेने वालों ने ‘हरी झंडी’ का रंग नहीं बदला
मेट्रो के ट्रायल रन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कानपुर में हरी झंडी दिखाने पर समाजवादी पार्टी ने तंज किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि कानपुर मेट्रो स्थानीय नागरिकों के लिए सपा की एक ऐसी सौगात है जो परिवहन का नया इतिहास लिखेगी। लेकिन शुक्र है कि इसका श्रेय लेने वालों ने हरी झंड़ी का रंग नहीं बदला।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कानपुर पहुंच कर मेट्रो के ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाई थी। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक डेढ़ माह में ही कानपुर वासियों को मेट्रो की सुविधा मिलने शुरू हो जायेगी। इस पर आज अखिलेश ने तंज किया है।
दरअसल, कानपुर मेट्रो का शिलान्यास 4 अक्टूबर 2016 को तत्कालीन अखिलेश यादव की सरकार ने कराया था. लेकिन केंद्र सरकार ने 20 सितंबर 2017 को कानपुर मेट्रो के लिए दोबारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने को कहा। प्रदेश सरकार ने 5 सितंबर 2018 को कानपुर मेट्रो की नई डीपीआर केंद्र सरकार को भेजी। केंद्र सरकार ने 28 फरवरी 2019 को कानपुर मेट्रो को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को कानपुर मेट्रो का शिलान्यास किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 नवंबर 2019 को कानपुर मेट्रो के कंस्ट्रक्शन के काम का शुभारंभ किया।
बता दें कि कानपुर मेट्रो के निर्माण पर 11 हजार 76 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी। इस औद्योगिक शहर में मेट्रो चलने से करीब 40 लाख यात्रियों को फायदा होगा। उत्तर प्रदेश के तीन शहरों में अभी मेट्रो ट्रेन चल रही है। ये शहर हैं नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ। मेट्रो ट्रेन की सुविधा वाला चौथा शहर अब कानपुर होगा। सरकार इन शहरों के अलावा वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर और आगरा में भी मेट्रो रेल चलाने की तैयारी कर ही है। मेरठ में 2024 तक मेट्रो की सुविधा लोगों को मिलनी शुरू हो जायेगी।