एमएसपी पर सरकार बोल रही है झूठ और झूठ का कोई इलाज नहीं- टिकैत
- मोदी के मास्टर स्टोक के दावों की इन मांगों ने हवा निकाली
- दोहराई गई मांगों से फिर छुटेगा सरकार का पसीना
- तेवर बता रहे कि अभी खत्म नहीं होने जा रहा किसान आंदोलन
- लखनऊ महापंचायत में भारी भीड़ देख टिकैत उत्साहित
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद आज लखनऊ में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। भारी भीड़ से उत्साहित किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अभी कोई भी ऐलान नहीं हुआ है। एमएसपी एक बड़ा सवाल है। एमएसपी पर खरीदारी को लेकर टिकैत ने कहा कि सरकार झूठ बोल रही है और झूठ का कोई इलाज नहीं है।
किसान महापंचायत के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने यह कहते हुए अपनी मांगों को दोहराया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त किया जाए। MSP पर क़ानून बनाओ। 750 किसानों की मृत्यु हुई, उनका ध्यान रखा जाए। दूध के लिए भी एक नीति आ रही है उसके भी हम ख़िलाफ़ है, बीज क़ानून भी है। इन सब पर बातचीत करना चाहते हैं। किसानों की ये सभी पंचायत जाहिर तौर पर सरकार के लिये एक बड़ी मुसीबत बनती नजर आ रही है। पीएम मोदी द्वारा तीन कृषि कानून वापसी की घोषणा के बाद एकबारगी माना जा रहा था कि किसान आंदोलन खत्म हो जायेगा और इसे यह कहते हुए प्रचारित किया जा रहा है कि मोदी के एक स्टोक ने विपक्ष व किसानों से उनका मुद्दा ही छीन लिया है लेकिन आंदोलन जारी रहने व एमएसपी आदि मांगों ने इस प्रचार की हवा निकाल दी है। बता दें कि पिछले करीब एक साल से किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं। जिस तरह आज राकेश टिकैत ने अपनी मांगों को दोहराया है उसे देखते हुए साफ हो गया है कि फिलहाल आंदोलन खत्म होने नहीं जा रहा है।