पेपर लीक में बड़ा एक्शन, सचिव संजय उपाध्याय निलंबन के बाद गिरफ्तार,कई निशाने पर
यूपी टीईटी पेपर लीक में योगी सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। परीक्षा नियामक सचिव संजय उपाध्याय को बीते दिवस निलंबित करने के बाद आज गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस आरएसएम फिनसर्व के मालिक समेत करीब तीन दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षा माफिया महेंद्र सिंह कुशवाहा की संपत्ति भी कुर्क की जा चुकी है। निरस्त की जा चुकी यह परीक्षा अब 26 दिसम्बर को नये सिरे से होगी। हां, अभ्यर्थियों को अतिरिक्त फीस देय नहीं होगी।
उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 (टीईटी) के पेपर लीक प्रकरण को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। दोषी लोगों के घर पर बुलडोजर चलने जैसी चेतावनी के बाद आज इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई है। दरअसल, उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया था। सचिव परीक्षा नियामक संजय उपाध्याय को शुचितापूर्ण, नकलविहीन और शांतिपूर्ण ढंग से यूपी-टीईटी न कराने के लिये प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। यूपी टीईटी मामले में शासन को अभी जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। महत्वपूर्ण परीक्षा की व्यवस्था संभाल न पाने और प्रथम दृष्टया गोपनीयता न बरतने पर कार्रवाई की गई है।
यह यह भी उल्लेखनीय है कि डीआईओएस आर एन विश्वकर्मा को स्कूलों की निगरानी की जिम्मेदारी थी जबकि डायरेक्टर सर्वेश बहादुर सिंह को परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दी गई थी।