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नव चंदी मंदिर- जीर्णोद्धार के नाम पर बनायी गयी रसूखदारों की समिति निरस्त

Jan 13, 2022
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  • कई काल से स्थापित है यह नव चंदी मंदिर
  • एक ही परिवार वहां रह कर करता आ रहा है पूजा अर्चना
  • शहर के रसूखदार लोगों ने फर्जी तरीके से बनाई समिति
  • लेखपाल ने लगाई मनमाफिक रिपोर्ट
  • डिप्टी रजिस्ट्रार ने गुमराह करने का लगाया इन इज्जतदार लोगों पर आरोप
  • प्रशासनिक रिपोर्ट में भी गुमराह करने के आरोपों की हुई पुष्टि
  • सपा विधायक रफीक अंसारी सत्संग भवन बनवाने में आये आग
  • ेदो साल से एक कंकर भी नहीं लगाया इन रसूखदार लोगों ने 

मेरठ की ऐतिहासिक धरोहर मां नौचंदी देवी मंदिर पर कब्जा करने की नीयत से बनायी गयी उस समिति को डिप्टी रजिस्ट्रार ने निरस्त कर दिया है जिसमें शहर के तमाम नामचीन शख्सियत शामिल थी। इन लोगों में भाजपा के पूर्व विधायक, पूर्व मेयर,पूर्व डिप्टी मेयर और राष्ट्रीय सेवक संघ के दिग्गज पदाधिकारी शामिल हैं। दिलचस्प व गंभीर बात यह है कि यह समिति अब निरस्त हुई है लेकिन इस कमेटी ने जीर्णोधार के लिये वहां एक कंकर भी नहीं लगाया है जबकि इसका गठन ही यह कहते हुए किया गया था कि यह समिति मंदिर की ऐतिहासिक धरोहर को बचाये रखने के लिये इसका जीर्णोधार करेगी। इस संपूर्ण घोटाले में शहर के लेखपाल नरेंद्र कुमार वर्मा की कार्यप्रणाली न सिर्फ संदिग्ध पायी गयी बल्कि उसी जांच रिपोर्ट को आधार बनाते हुए रसूखदार लोगों की समिति को रजिस्टर्ड किया गया था। भाजपा के पूर्व विधायक अमित अग्रवाल इस निरस्तीकरण के खिलाफ कोर्ट में जाने की बात तो कर रहे हैं लेकिन पिछले दो सालों में शहर के दिग्गजों की यह भारी भरकम सेना ऐसा कोई भी सबूत डिप्टी रजिस्ट्रार व प्रशानिक अफसरों को नहीं मांगे जाने पर भी नहीं दे पाये जिसके आधार पर उनके इस कदम को जायाज ठहराया जा सकता। निरस्तीकरण पत्र में डिप्टी रजिस्ट्रार ने साफ कहा है कि उनके कार्यालय को गुमराह कर इन रसूखदार लोगों ने समिति का पंजीकरण कराया है।

मेरठ के इस ऐतिहासिक मंदिर की तमाम मान्यताएं हैं। आमने सामने स्थित बाले मियां का मजार और मंदिर, दोनों संप्रदायों के बीच आपसी सौहार्द की मिसाल कायम करता है। मां नौचंदी के नाम पर ही मेला नौचंदी लगता है और मेरठ से लखनऊ जाने वाली एक्सप्रेस का नाम भी नौचंदी इसलिये ही रखा गया है। अब बात शहर के उन रसूखदार, इज्जतदार व उन प्रभावशाली लोगों की जिन्होंने जीर्णोधार के नाम पर अपनी सरकार में अपना वर्चस्व कायम करने के लिये समिति पंजीकृत करायी। इसमें आनंद प्रकाश अग्रवाल को अध्यक्ष, नरेंद्र कुमार तनेजा उपाध्यक्ष, अनिल कुमार शर्मा महामंत्री,संजीव पुंडीर मंत्री, अरुण जिंदल कोषाध्यक्ष, विध्नेश कुमार संगठनमंत्री, करुणेश नंदन गर्ग प्रचार मंत्री, नरोत्म कुमार गर्ग कानूनी सलाहाकार, हरिकांत अहलुवालिया सदस्य, देवेंद्र मोहन, हरवीर पाठक,रविकांत भटनागर, विनोद कुमार भारती, संदीप पहल,अमित अग्रवाल, ज्ञानेंद्र कुमार अग्रवाल, अशोक कुमार गोयल,रोहिताश शर्मा, सुशील गुर्जर, अश्वनी गुप्ता, भृगु नंदन शर्मा, सदस्य बनाये गये थे।

नवचंदी मंदिर के महामंत्री संजय कुमार शर्मा ने इसे पैतृक संपत्ति बताते हुए शिकायत की थी। वहीं मंदिर प्रबंधक व पुजारी महेंद्र कुमार शर्मा ने यह भी रहस्यद्घाटन किया कि मंदिर परिसर में जिस सत्संग भवन का निर्माण चल रहा है उसकी धनराशि के लिये शहर विधायक रफीक अंसारी ने काफी प्रयास किये।

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