अखिलेश को दलितों की जरूरत नहीं, यह कहते हुए चंद्रशेखर ने पल्ला झाड़ लिया
- बीते दिवस भीम आर्मी चीफ ने की थी अखिलेश यादव से मुलाकात
- मुलाकात के बाद गठबंधन के दिये थे साफ संकेत
- आज दोपहर होनी थी गठबंधन की घोषणा लेकिन हालात बदले
- कहा-अखिलेश को दलित लीडरशीप की जरूरत नहीं
समाजवादी पार्टी से भीम आर्मी के गठबंधन पर अंतिम समय में ब्रेक लग गया। अखिलेश यादव से चंद्रशेखर आजाद की मीटिंग के बाद यह कयास शुरू हो गये थे कि दोनों दलों के बीच गठबंधन हो जायेगा, चंद्रशेखर ने भी यही संकेत दिये थे लेकिन आज प्रेस कांफ्रेंस कर भीम आर्मी चीफ ने अखिलेश यादव पर उस वक्त गंभीर आरोप लगा दिये जब चुनावी शतरंज पर सभी सभी वर्गों को अपने पाले में करने की कोशिश में लगे हैं। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अखिलेश यादव को दलितों की जरूरत नहीं हैं, उनको दलितों की लीडरशीप नहीं चाहिये।
आज सुबह ही चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि सपा से उनका गठबंधन हो चुका है, आज दोपहर प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी वह देंगे लेकिन मीडिया के सामने इसका उलट ही हुआ। प्रेस कॉन्फेंस में चंद्रशेखर ने कहा कि, “अखिलेश यादव को दलितों की जरूरत नहीं है। महीने भर से हमारी समाजवादी पार्टी के साथ चर्चा चल रही थी। मैने कल अखिलेश से मुलाकात की, लेकिन 2 महीने बाद कल अपमानित किया वो दुखद है। उन्होंने कल शाम तक बताने के लिए कहा था लेकिन अब तक जवाब नही आया। अखिलेश समाजिक न्याय का मतलब नही जानते हैं.”
चंद्रशेखर ने कहा कि बीते 10 दिन से बात कर रहे थे, वह सब चीज़े दरकिनार कर उनके घर गये, अपील की लेकिन वह तय कर बैठे हैं कि उन्हें दलितों की लीडरशिप नही चाहिए। उन्होंने प्रमोशन -रिजर्वेशन पर उन्होंने मना कर दिया है. इसलिए हमने तय किया है सपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे.”