विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीट पर होने वाले चुनाव में उम्मीदवारों के हलफनामे सामने आ चुके हैं। मेरठ की सात विधानसभा सीट पर 29 प्रत्याशी ऐसे जनता के बीच हैं जिन पर आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। पहले नंबर पर सरधना से सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान हैं। अतुल के खिलाफ 38 मुकदमें दर्ज हैं जिनमें 26 गंभीर अपराधों से जुड़ी धारायें हैं। बात अगर पैसे वाले प्रत्याशी की हो तो भाजपा के कैंट प्रत्याशी पूर्व विधायक अमित अग्रवाल सबसे ऊपर हैं। उनके पास घोषित रूप से 148 करोड़ की संपत्ति है। सरधना से भाजपा प्रत्याशी संगीत सोम के पास 33 करोड़ की संपत्ति है।
इन सभी हलफनामों का विश्लेषण एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स वॉच ने किया है। आपराधिक मामलों में अतुल प्रधान के बाद दूसरे नंबर पर योगेश वर्मा हैं। हस्तिनापुर सीट से वह सपा व रालोद गठबंधन के उम्मीदवार हैं। योगेश के खिलाफ 32 मुकदमें दर्ज हैं जिसमेंं 71 गंभीर अपराध की धारायें हैं। इन धाराओं में हत्या के प्रयास की धारा भी शामिल है। तीसरे नंबर पर सिवालखास से भाजपा उम्मीवार मनिंदर पाल सिंह हैं। मनिंदर पर 18 मुकदमे दर्ज है, इनमें 36 गंभीर धाराएं हैं। मनिंदर पर अधिकांश मामले जमीन कब्जाने से जुड़े हैं। हाल ही में एक सेवानिवृत्त मेजर ने भी मनिंदर पर ऐसा ही वाद दायर किया हुआ है।
एआईएफबी के सिवालखास प्रत्याशी अमित जानी पांचवें और मेरठ कैंट से भाजपा प्रत्याशी अमित अग्रवाल 10वें नंबर पर हैं। सरधना सीट से भाजपा विधायक संगीत सोम के खिलाफ तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। सपा सरकार में मंत्री रहे किठौर सीट से प्रत्याशी शाहिद मंजूर पर भी दो मुकदमे दर्ज हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सरकार बनने की स्थिति में तमाम लोगों के मुकदमे खत्म अथवा वापस कर लिये जाते हैं।