- अडानी, अंबानी दोनों से पिछड़े Zuckerberg
- नुकसान के बाद भी पहले पायदान पर मस्क
- टॉप15 अमीरों में सिर्फ कुछ को हुआ फायदा
- एलन मस्क अभी भी नंबर वन के पायदान पर काबिज
- अमेजन के जेफ बेजोस एक पायदान नीचे खिसककर तीसरे स्थान पर आये
दुनिया भर के शेयर बाजार में आई भारी गिरावट के चलते तमाम लोग भले ही सड़क पर आ गये हों लेकिन अडानी समूह के गौतम अडानी अब एशिया के सबसे बड़े धनकुबेर बन गये हैं। अब गौतम अडानी दुनिया के 10 सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक बन गए हैं। दरअसल, शेयर बाजार में जारी गिरावट का सीधा असर एशिया के अरबपतियों की रैकिंग पर पड़ा है।
Forbes की रियल टाइम लिस्ट के अनुसार, गौतम अडानी एंड फैमिली (Gautam Adani & Family) अभी 90 बिलियन डॉलर की दौलत के साथ 10वें पायदान पर हैं। पिछले 24 घंटे में भले ही उनकी दौलत 672 मिलियन डॉलर कम हुई है, लेकिन टॉप के अन्य अरबपतियों को ज्यादा नुकसान हुआ है। लंबे समय से भारत और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति रहे मुकेश अबानी की संपत्ति पिछले 1 दिन में 2.2 बिलियन डॉलर कम हो गई। इससे उनकी कुल संपत्ति 89 बिलियन डॉलर पर आ गई। मुकेश अंबानी अब ग्लोबली 11वें स्थान पर और भारत व एशिया में दूसरे स्थान पर हैं।
इस भारी नुकसान से फेसबुक के मालिक मार्क जुकेरबर्ग भी अछूते नहीं रहे। उनकी कंपनी के शेयरों में गुरुवार को आई 26 फीसदी की जबरदस्त गिरावट से Zuckerberg की दौलत को 29.7 बिलियन डॉलर का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उनकी कुल संपत्ति कम होकर 84.8 बिलियन डॉलर पर आ गई। वह अभी अडानी और अंबानी के बाद 12वें स्थान पर हैं।
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति Elon Musk को भी शेयर बाजार की ताजा गिरावट से भारी झटका लगा है। बीते एक दिन में मस्क के नेटवर्थ में 3.3 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है। हालांकि मस्क अब भी 232.3 बिलियन डॉलर की दौलत के साथ दुनिया के सबसे बड़े धनकुबेर के पायदान पर काबिज हैं। अमेजन के जेफ बेजोस एक पायदान नीचे खिसककर तीसरे स्थान पर आ गए हैं। बेजोस की दौलत अभी 11.8 बिलियन डॉलर कम होकर 164.8 बिलियन डॉलर रह गई है।
बेजोस की दौलत में बड़ी गिरावट से Bernard Arnault & Family को फायदा हुआ है। Arnault अब 193.6 बिलियन डॉलर के साथ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनकी संपत्ति 1 दिन में 4.8 बिलियन डॉलर कम हुई है। दुनिया के टॉप 15 अमीरों में सिर्फ Zhong Shanshan की संपत्ति पिछले 24 घंटे में बढ़ी है। उनकी दौलत 2.2 बिलियन डॉलर बढ़कर 77.2 बिलियन डॉलर हो गई है और वह 15वें स्थान पर हैं।