कर्नाटक का हिजाब मामला गहराता जा रहा है। सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेज तीन दिन के लिए बंद कर दिये गये है। इस मामले को सियासत ने तड़का लगा दिया है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा है कि, बिकिनी, घूंघट, हिजाब या जींस तय करना महिला का अधिकार है. यह अधिकार भारतीय संविधान द्वारा दिया गया है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करें। वहीं सरकार की तरफ से कहा गया है कि कोई हिजाब पहने या गमछा , सरकार को कोई दिक्कत नहीं हैं, लेकिन संस्था के ड्रेस कोड का तो सभी को पालन करना होगा।
इससे पहले कर्नाटक के उडुपी, शिवमोगा और बगलकोट जिले में छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर विवाद हिंसक हो गया था। कर्नाटक हाइकोर्ट ने हिजाब विवाद के बीच शांति एवं सौहार्द बनाये रखने की अपील की है। उडुपी के सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी महिला कॉलेज की छात्राओं की याचिका पर सुनवाई के बाद अदालत ने कहा कि इस पर बुधवार को सुनवाई होगी। जस्टिस कृष्णा एस दीक्षित ने कहा कि कुछ शरारती तत्व ही इस मामले को तूल दे रहे हैं।
दरअसल, कर्नाटक में हिजाब विवाद की शुरूआत बीते जनवरी माह से हुई। उडुपी के सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में छह मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहन कर क्लास में बैठने से रोक दिया था। कॉलेज मैनेजमेंट ने नयी यूनिफॉर्म पॉलिसी को इसकी वजह बताया था। इसके बाद कुछ लड़कियों ने कर्नाटक हाइकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। जिसके बाद मामला लगातार तूल पकड़ता ही गया। इस बीच, यह भी बताया जा रहा है कि कुछ स्कूलो की कक्षाओं में नमाज अदा करना भी इस सारे विवाद की जड़ है। कक्षा रोक कर नमाज पढ़ना लोगों के गले नहीं उतर रहा है। जाहिर है कि स्कूल कालेज इसकी इजाजत नहीं देता है।