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चुनाव होते ही पेट्रोल व डीजल के दामों में होगा दस रूपये तक का इजाफा

Mar 2, 2022
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तेल कंपनियों को  5.7 रुपये प्रति लीटर का घाटा
– ATF की कीमतों में इस साल 5वीं बार बढ़ोतरी 
यूक्रेन व रूस की जंग का सीधा असर पड़ेगा दाम पर
कच्चा तेल प्रति बैरल सौ रुपये से ज्यादा हुआ 
पांच राज्यों में चल रहे हैं विधानसभा चुनाव, 10 को 
एक लंबी छलांग से पहले तेल कंपनियों ने हलकी सांस ली है। यानी पेट्रोल व डीजल के रेट बढ़ाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। रेट बढ़ाने का एक बड़ा कारण यह भी है कि रूसी हमले के बाद से ही अंतराराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल कीमत सौ डालर प्रति बैरल से अधिक हो गई है। इसलिये तेल कंपनियों के पास दस रूपये तक बढ़ाने का पूरा आधार है , हालांकि कच्चे तेल की कीमत कम होने पर यह तर्क नहीं दिया जाता। प्रति बैरल दाम बढ़ने से संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही रेट बढ़ा दिये जायें, इंतजार हैं तो सिर्फ पांच राज्यों विशेषत यूपी के चुनाव संपन्न होने का। 10 मार्च को यहां मतगणना होगी।
दरअसल, रूस से तेल आपूर्ति में होने वाली परेशानी को देखते हुए ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल का दाम 2014 के बाद पहली बार 110 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक पहुंच गया है। पेट्रोलियम मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले पेट्रोलियम योजना और विश्लेषण प्रकोष्ठ (PPAC) के मुताबिक, भारत जो कच्चा तेल खरीदता है, उसके दाम एक मार्च को 102 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो गए। ईंधन का यह मूल्य अगस्त 2014 के बाद सबसे ज्यादा हैं।

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल नवंबर की शुरुआत में जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी पर लगाम लगी थी, तब कच्चे तेल की औसत कीमत 81.5 डॉलर प्रति बैरल थी। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते तक पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म हो जाएंगे। अनुमान है कि इसके बाद ईंधन की दरें दैनिक आधार पर बढ़ सकती हैं।

कच्चे तेल के दाम चढ़ने से सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम को पेट्रोल और डीजल पर 5.7 रुपये प्रति लीटर का घाटा उठाना पड़ रहा है। घरेलू स्तर पर ईंधन की कीमतों में लगातार 118 दिन से कोई बदलाव नहीं किया गया है।

वहीं देश में विमान ईंधन की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। मंगलवार को विमान ईंधन की कीमतों में 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।  वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के चलते इस साल विमान ईंधन या एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में यह 5वीं बढ़ोतरी है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में एटीएफ की कीमत 3,010.87 रुपये प्रति किलोलीटर या 3.22 फीसदी बढ़कर 93,530.66 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई।

विशेषज्ञों का मानना है कि यूपी व पंजाब समेत पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों के बाद पेट्रोल व डीजल के दामों में इजाफा तय है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में सातवें व अंतिम चरण का मतदान सात मार्च को होगा जबकि मतगणना एक साथ 10 मार्च को होगी।

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