पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री पर छापा, मीडिया को रोका
- 2019 में एमडीए की टीम ने लगाई थी सील
- तब फैक्ट्री में भारी मात्रा में मीट रखा हुआ था
- अवैथ कटान जारी होने की सूचना पर मारा गया छापा ?
- फैक्ट्री के बाहर मीडिया का जमावड़ा, सभी को भीतर जाने से रोका
- करीब छह मजदूरों को लिया गया हिरासत मेंइमरान कुरैशी ने फोन नहीं उठाये
योगी आदित्यनाथ की नई सरकार के गठन के साथ ही छापेमारी की कार्यवाही भी तेज हो गयी है। मेरठ में मुस्लिम राजनीति के एक बड़े केंद्र पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री पर एक साथ कई विभागों की टीम ने छापेमारी की है। धड़ाधड़ तेजी से भीतर घुसी टीम ने सूचना बाहर आने से रोकने के लिये पूरे बंदोबस्त किये हुए हैं। सूचना पाकर पहुंची मीडिया को बाहर ही रोक दिया गया। सूत्रों का कहना है कि सील फैक्ट्री में अवैध कटान हो रहा था हालांकि अभी इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है। अलबत्ता कुछ मजदूरों ने वहां से भागने की कोशिश जरूर की, दीवार कूदने से एक मजदूर के पैर में चोट लगी है। करीब छह मजदूरों को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस प्रशासन व कई विभागों की टीम की यह जांच पड़ताल हापुड़ रोड स्थित अल फहीम पर चल रही है। बाहर मीडिया का जमावड़ा है, किसी को भी भीतर जाने नहीं दिया जा रहा है। यह भी सूचना मिली है कि सील फैक्ट्री के भीतर छोटे जानवरों का मीट पैक किया जा रहा है, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है।