एमआईईटी हत्याकांड : मां बाप पैसा भरते हैं, छात्र कुछ और ही करते हैं, प्रबंधन जेब भरता है
- बुधवार को निखिल को चाकू से गोद दिया गया था
- चार लोगों को सिक्योरिटी गार्ड्स ने पकड़ कर पुलिस को सौंपा था
- एमआईईटी में इन दिनों गुंडागर्दी चरम पर
- एक के बाद एक लगातार हो रही हैं घटनाएं
- कालेज प्रबंधन ने घटनाओं से आंखे मूंदी
छेड़छाड़ व युवती को लेकर एमआईईटी कालेज में हुई निखिल तोमर की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने वह चाकू भी बरामद कर लिया है जिससे निखिल तोमर की गोद कर सरेआम हत्या की गई थी। गंभीर बात यह है कि कभी बेहद प्रतिष्ठित माने जाने वाले एमआईईटी कालेज में छात्रों की गुंडागर्दी चरम पर है। कालेज प्रशासन द्वारा लगातार बढ़ती इस गुंडागर्दी पर नियंत्रण न लगाने का ही परिणाम निखिल तोमर की हत्या के रूप में सामने आया है। कालेज में छात्र चाकू लेकर आते हैं और छात्र छात्राओें की बीच ही निखिल तोमर पर कई वार कर मौत के घाट उतार देते हैं। यह घटना दर्शाती है कि कालेज में अब शांतिपूर्वक पढ़ाई करने आने वाले छात्र छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं।
बीते बुधवार की पूर्वाह्न मेरठ बाईपास स्थित एमआईईटी कालेज परिसर में बीटेक के छात्र निखिल तोमर की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी गई थी। ग्राम शिकोहपुर थाना बड़ौत बागपत निवासी निखिल तोमर के पिता पुष्पेंद्र व मां रेखा ने निखिल को इंजीनियर बनाने का सपना देखते हुए क्षेत्र के प्रतिष्ठित एमआईईटी कालेज भेजा था। निखिल इंजीनियर तो नहीं बन पाया लेकिन कालेज में पनप रही गुंडागर्दी का शिकार जरूर बन गया। निखिल तोमर व अभिषेक शर्मा गुट में तनातनी व मारपीट की घटनाएं लगातार चल रही थी लेकिन कालेज प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। गंभीर बात यह भी है कि इन दिनों प्राय सभी कालेजों में प्रबंधन का ध्यान छात्र छात्राओं की फीस पर तो ध्यान केंद्रित रहता है लेकिन वे कितना पढ़ रहे हैं अथवा किन गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं, उस तरफ से प्रबंधन आंखे मूंदे रहता है। नतीजा सामने है, निखिल रहा नहीं और जो इस हत्याकांड के आरोपी हैं वे कुछ भी बनें लेकिन इंजीनियर तो नहीं बनेंगे। यानी कैरियर तबाह।
बहरहाल, निखिल के पिता ने अभिषेक शर्मा पुत्र अशोक शर्मा निवासी मोदीनगर, विभोर पुत्र प्रवीण कुमार निवासी रक्षापुरम गंगानगर मेरठ, प्रिन्स कुमार पुत्र संजय कुमार निवासी ईशापुरम गंगानगर मेरठ, आयुष त्यागी पुत्र नरेश कुमार निवासी नावला थाना मंसूरपुर मुजफ्फरनगर, आदर्श पुत्र दीनानाथ निवासी पोखर मिन्डी चौरी चौरा गोरखपुर के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने अभिषेक शर्मा, विभोर पुत्र प्रवीण कुमार, प्रिन्स कुमार पुत्र संजय कुमार, आयुष त्यागी पुत्र नरेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी निशानदेही पर वह चाकू भी बरामद कर लिया गया है जिससे निखिल को मौत के घाट उतारा गया था।