तेरा हनुमान जी करेंगे बेड़ा पार, उदासी मन काहे को करे
- निर्दलीय सांसद नवनीत राणा की मातोश्री पर हनुमान चालीसा की घोषणा
- आज सुबह नौ बजे से होना था हनुमान चालीसा
- शिव सैनिकों ने राणा के घर को घेरा, पुलिस ने डाला डेरा
- पुलिस ने राणा को जारी किया नोटिस, कहा घर से न निकलें
- राणा ने कहा सत्ता का दुरूपयोग कर रही है शिव सेना
तेरा राम जी करेंगे बेड़ा पार, उदासी मन काहे को करे….. के बाद अब देश में हनुमान चालीसा को केंद्र में रखकर की जा रही राजनीति हावी हो चली है। अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने भी इस राजनीतिक लड़ाई में कूदते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा की तो शिव सैनिकों ने सांसद का घर ही घेर लिया। पुलिस ने भी नोटिस जारी करते हुए निर्दलीय सांसद को घर से बाहर न निकलने की चेतावनी दे दी। शिव सैनिकों ने पुलिस बैरिकेड तोड़कर सांसद के घर में घुसने की कोशिश की। वह सांसद की घोषणा की खिलाफत कर रहे हैं। वहीं, नवनीत राणा का कहना है कि वह नीचे भी जायेंगी, गेट के बाहर भी जायेंगी। उन्हें कोई रोक नहीं सकता। अगर उन पर कोई हमला होता है, तो उसकी जिम्मेदारी सीएम की होगी। उनका साथ पति रवि राणा दे रहे हैं। शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि लक्ष्मण रेखा लांघी तो ठीक न होगा, यह बात समझ लें कि यह महाराष्ट्र है। हंगामा जारी है।
दिलचस्प बात यह है कि नवनीत राना ने आज सुबह 9 बजे मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पाठ शुरू करने का ऐलान किया तो इस विवाद के बाद खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने नवनीत राणा को Y कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान कर दी है। शिवसेना ने सांसद नवनीत राणा पर जमकर हमला बोला। शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि, धर्म की आड़ में यह स्टंट है। उन्होंने नवनीत और उनके विधायक पति को बंटी-बबली बताया। दूसरी ओर इस ऐलान के बाद शिवसैनिक भी अलर्ट पर हैं. मातोश्री पर शिवसैनिकों की भीड़ के कारण अंधेरी से बांद्रा जाने वाली सड़क पर वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर बड़ा जाम लग गया।
जहां तक बात नवनीत राणा की है तो उनका पूरा नाम नवनीत कौर राणा है। मुंबई में एक पंजाबी परिवार में जन्मी नवनीत के पिता आर्मी में थे। राणा ने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़कर मॉडलिंग का फील्ड चुना और इसी में अपना करियर बनाया। मॉडलिंग के अलावा उन्होंने तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी और कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया। नवनीत की शादी रवि राणा से हुई और उनसे शादी के बाद ही वह राजनीति में आईं। कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं। वहीं 2019 में एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से वह अमरावती से निर्दलीय सांसद चुनी गईं। उन्होंने इस सीट पर शिवसेना उम्मीदवार को ही हराया था। नवनीत के पति रवि राणा महाराष्ट्र में निर्दलीय विधायक हैं और योग गुरु बाबा रामदेव के रिश्ते में भतीजे लगते हैं।