जेल में आजम खा, पुत्र ने कहा अल्लाह पाक कभी दोबारा ऐसा मौका ना लाए
वक़्त से दिन और रात, वक़्त से कल और आजवक़्त की हर शै गुलाम, वक़्त का हर शै पे राज ।
वक़्त की गर्दिश से है, चाँद तारों का निजाम
वक़्त की ठोकर में है क्या हुकूमत क्या समाज ।
वक़्त की पाबंद हैं आती जाती रौनकेंवक़्त है फूलों के सेज, वक़्त है काँटों का ताज ।
आदमी को चाहिए वक़्त से डर कर रहेकौन जाने किस घड़ी वक़्त का बदले मिजाज ।
साहिर लुधियावनी द्वारा लिखित यह सदाबहार गाना आज भी प्रासंगिक है और कल भी रहेगा। सपा के वरिष्ठ नेता आजम खा का एक दौर था और अब यह भी दौर है जब उन्हें जेल के भीतर ही ईद मनानी पड़ रही है। कुछ समय से यह उम्मीद जताई जा रही थी कि आजम खान ईद जेल की सलाखों से बाहर ही मनायेंगे लेकिन वक्त को यह फिलहाल मंजूर नहीं है। सीतापुर जेल में बंद आजम खा के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम ने बेहद की भावुक एक ट्वीट किया है।
अब्दुल्ला आजम स्वार टांडा विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह पिछले दिनों यूपी विधानसभा चुनाव में स्वार टांडा सीट से विधायक चुने गए हैं। वहीं उनके पिता आजम खान रामपुर सीट से विधायक चुने गए हैं। अभी वह सीतापुर जेल में बंद हैं। पिछले काफी दिनों से उनके जेल में मिलने को लेकर राजनीति तेज हुई है।
अब्दुल्ला आजम ने ईद पर पिता को लेकर एक भावुक ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “वो जो ख्वाब था मेरे जहन में, न मैं कह सका न मैं लिख सका, की जबान मिली तो कटी हुई, की कलम मिला तो बिका हुआ। आपके बिना पहली ईद है अल्लाह पाक कभी दोबारा ऐसा मौका ना लाए.” ट्वीट में अब्दुल्ला आजम ने पिता के साथ एक फोटो भी शेयर की है।