आशा ज्योति केंद्र की गैरजिम्मेदार कार्यवाहक प्रभारी आरती त्यागी पर गिरी गाज
सरकार की मंशा साफ है लेकिन अधीनस्थ अपनी गैरजिम्मेदारी से बाज आने को तैयार नहीं हैं। घरेलू हिंसा व अपराध पीड़ित महिलाओं की आपबीती सुनने के लिये बनाये गये वन स्टॅाप सेंटर की कार्यवाहक प्रभारी आरती त्यागी पिछले तीन माह से घर पर ही बैठकर मोबाइल से सेंटर चला रही थी। महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह के दौरे के दौरान यह अनियितता खुली तो आरती त्यागी को पद से हटा दिया गया।
हाल ही में महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने सेंटर का निरीक्षण किया था। तब कार्यवाहक प्रभारी आरती त्यागी वहां नहीं थी, उनके बारे में पूछा गया तो एक होमगार्ड बब्ली ने रोते हुए यह कहा कि अगर उसने कुछ बोला तो उसकी नौकरी चली जायेगी। यह सब चल रहा था जबकि आरती त्यागी घर पर बैठ कर अधीनस्थ से मोबाइल पर उपाध्यक्ष की गतिविधियों की जानकारी ले रही थी। एक स्टाफ उपाध्यक्ष ने मोबाइल पर बात सुनी।
आज एक बार फिर से मेरठ पहुंची सुषमा सिंह ने बताया कि आरती सिंह को पद से बर्खास्त कर दिया गया है। आरती त्यागी के इस रवैये से जिलाधिकारी को भी उन्होंने अवगत कराया था। जिसके बाद उन्हें बरखास्त कर दिया गया। सुषमा सिंह ने कहा कि भले सेंटर मैनेजर आरती त्यागी पद से हट चुकी हैं, लेकिन वन स्टाप सेंटर में इतनी कमियां मिलना बहुत शर्म की बात है। इस पूरे मामले में जिला प्रोबेशन अधिकारी की भी जिम्मेदारी बनती है। वन स्टाप सेंटर का संचालन ठीक से नहीं हो रहा इसमें डीपीओ भी जिम्मेदार है। इसलिए वर्तमान और पूर्व DPO दोनों पर ही एक्शन लिया जाएगा। दोनों ने अपने काम में लापरवाही की है।