- चुनाव बाद लगातार 80 पैसे की होती रही बढ़ोत्तरी
- डीजल पेट्रोल में दस रूपये का इस तरह हुआ इजाफा
- डीजल पेट्रोल रेट बढ़ने का सीधा असर महंगाई पर पड़ा
- ट्रांसपोर्टेशन बढ़ने से सब्जी, दाल सभी हुए महंगे
- आज आदमी का जीना हुआ दूभर
- अब रेट कम होने से कुछ राहत मिलेगी आम लोगों को
महंगाई के बढ़ते इस दौर में केंद्र सरकार ने आम जनता को कुछ राहत दी है। मोदी सरकार ने शनिवार को पेट्रोल व डीजल के उत्पाद शुल्क में कटौती की घोषणा की है। इस घोषणा के तहत पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में आठ रूपये प्रति लीटर जबकि डीजल के उत्पाद शुल्क में छह रूपये की कटौती की है। इसका सीधा असर यह हुआ कि पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल सात रूपये प्रति लीटर कम दाम पर मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे लिये लोग पहले हैं…वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण वैश्विक स्थिति में भी पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर excise duty घटाकर व गैस सिलेंडर पर ₹200 की सब्सिडी देकर आम जनता को बहुत बड़ी राहत दी है।
इस कटौती का घोषणा करते हुए हालांकि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि इस फैसले से हर साल लगभग एक लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्रभावित होगा। उन्होंने मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए कई अन्य घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी। उन्होंने राज्यों से आम आदमी को राहत देने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट कम करने का भी आग्रह किया। सरकार ने इसी तरह पिछले साल नवंबर में दिवाली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी की थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा- उज्ज्वला योजना ने करोड़ों भारतीयों, खासकर महिलाओं की मदद की है। उज्ज्वला योजना के लिए सब्सिडी देने के फैसले से लाभार्थियों के बजट में काफी आसानी होगी। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए हमेशा ही लोग पहले होते हैं! आज के फैसले, विशेष रूप से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उल्लेखनीय कमी से विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेंगे। ये हमारे नागरिकों को राहत प्रदान करेंगे और ‘जीवन की सुगमता’ को आगे बढ़ाएंगे।