जनता ने विधायकों को चुन कर भेज दिया अब महाराष्ट्र् के विधायकों को तय करना है कि उन्हें कितना व किसका विकास करना है। महाराष्ट्र के बागी विधायक गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में रूके हुए हैं। यहां सात दिन के लिये इन बागी विधायकों के लिये 70 कमरे बुक किये गये हैं। वहां मौजूद विधायकों पर प्रतिदिन खाने व अन्य सेवाओं पर आठ लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। यानी राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ठनक कम करने पर इस अवधि में कुल 1.12 करोड़ रुपये खर्च हो जायेंगे। होर्स ट्रेडिंग पर कितना खर्च होगा, यह अलग विषय है। यहां पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है सवाल यह भी है कि इतनी बड़ी राशि कौन खर्च कर रहा है और क्यों ? क्या एकनाथ शिंदे ? या फिर इस कठपुतली के खेल की चाबी कोई और ही भर रहा है ? इस बीच, एकनाथ शिंदे का यह दावा सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके पास शिवसेना के 38 विधायकों का समर्थन है। आज वह डिप्टी स्पीकर से मिलने मुंबई के लिये रवाना भी होने थे लेकिन ऐन वक्त पर यह स्थगित कर दिया गया।
दरअसल, महाराष्ट्र में सियासी घमासान अपने चरम पर है। एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत का बिगुल बजा दिया है। शिवसेना पार्टी के 38 विधायक शिंदे के साथ हैं। शिंदे का आरोप है पिछले ढाई साल में ठाकरे ने केवल कांग्रेस व एनसीपी की ही सुनी है, उनकी नहीं। उनकी भाजपा से भी नजदीकियां हैं। इसे देखते हुए उद्धव ठाकरे यह ऐलान कर चुके हैं कि यदि बागी विधायक 24 घंटे में वापसी कर लेते हैं तो वह एनसीपी व कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने के लिये तैयार हैं। महाराष्ट्र का सीएम शिव सैनिक ही बनेगा। उद्धव ठाकरे को उम्मीद थी कि उनकी इस अपील का असर बागियों पर पड़ेगा लेकिन अभी इसके संकेत नहीं मिले हैं।
बागी एकनाथ शिंदे बाकी विधायकों के साथ असम राज्य के गुवाहाटी में होटल रेडिसन ब्लू में ठहरे हुए हैं। इस बड़े होटल में रुकने के लिए ये बागी विधायक कुल कितना रुपया खर्च कर रहे हैं, इसको लेकर चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। पता चला है कि फिलहाल कमरे सात दिन के लिए बुक किये गए हैं, जिनपर कुल खर्च 1.12 करोड़ रुपये के करीब है। कमरों की बुकिंग पर ही 56 लाख रुपये खर्च किये गये हैं। वर्तमान में शिंदे के साथ कितने विधायक हैं इसके सिर्फ दावे किये जा रहे हैं, यह बात दीगर है कि शिंदे की स्थिति लगातार मजबूत होती नजर आ रही है। होटल में विधायकों के साथ कुछ सांसद, नेताओं के परिवार के सदस्य भी मौजूद बताये गए हैं।
राजनीति में पलटवार करते हुए उद्धव ने जरूर डिप्टी स्पीकर को एक पत्र लिखा है। इसमें शिंदे समेत कुल बारह विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की गई है। वहीं, शिंदे गुट ने दावा किया कि विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे हैं क्योंकि उनके पास शिवसेना के 37 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। शिवसेना नेता संजय राउत का इस पर कहना है कि संख्या बल कागज में ज़्यादा हो सकता है लेकिन अब यह लड़ाई क़ानूनी लड़ाई होगी।