पुलिस की हिरासत में मौत होना दरअसल हत्या के बराबर होता है। इस मामले में उप्र का नंबर वन होना एक ऐसी नकारात्मक उपलब्धि है, जो उप्र की भाजपा सरकार के लिए किसी कलंक से कम नहीं।
पुलिस की हिरासत में मौत होना दरअसल हत्या के बराबर होता है। इस मामले में उप्र का नंबर वन होना एक ऐसी नकारात्मक उपलब्धि है, जो उप्र की भाजपा सरकार के लिए किसी कलंक से कम नहीं। read more…