मेरठ में यातायात नियमों को लेकर चलाए जाएंगे जागरूकता अभियान:SSP
साल 2022 हादसों के नाम रहा। अगर बात करें मेरठ की तो जिले में बीते वर्ष कुल 926 हादसे हुए हैं जिनमें 345 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। शहर में हर दिन लगभग तीन हादसे हुए और एक व्यक्ति ने जान गवाई है। घायलों की संख्या भी 935 रही जो साल 2021 की तुलना में काफी अधिक थी।
2022 में हादसों को करने के लिए और यातायात को दुरुस्त करने के लिए ट्रेफिक विभाग पूरे वर्ष मशक्कत करता रहा है। जिले में चिह्नित 17 ब्लैक स्पॉट को अप्रभावी बनाने के लिए जगह जगह बोर्ड लगाए, वाहनों पर रिफलेक्टर चस्पा किए। ग्लो साइन बोर्ड से हादसे प्रभावित इलाकों व रास्तों को दर्शाने की भी व्यवस्था की गई। इसके अलावा अवैध टैक्सी, टेंपो व बस स्टेंड को खदेड़ा, जिसके बाद 15 स्टैंड वैध घोषित किए। इस दौरान लालकुर्ती व सरधना में एक एक मुकदमा भी दर्ज कराया गया। यही नहीं 651 मॉडिफाइड साइलेंसर लगे दुपहिया वाहन और 333 चार पहिया वाहन सीज किए गए लेकिन हादसों की संख्या नहीं घटी। विशेष सड़क सुरक्षा माह में हादसों पर रोक लगाना ही बड़ी चुनौती होगा।
पांच साल हादसों की स्थिति –
वर्ष हादसे मौत घायल
2022 926 345 935
2021 820 380 577
2020 725 338 448
2019 956 413 644
2018 1019 443 717
2023 की तैयारियों को लेकर एसएसपी रोहित सिंह साजवान ने जानकारी दी कि कल से एक महीने के सड़क सुरक्षा मार्ग शुरू किया जा रहा है। इसके जरिए दुर्घटना संभावित क्षेत्रों पर निगरानी रखी जाएगी साथ ही लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्कूलों में जाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। ई रिक्शा चालक ,ऑटो चालक या फिर चार पहिया चालक हो सभी से यातायात जागरूकता के बारे में समझाया जाएगा। आगे कहा कि जहां भी ज्यादा दुर्घटना होती हैं उनके कारणों का पता लगाकर उसका निस्तारण किया जाएगा। क्षेत्र में 17 ब्लैक स्पॉट चिन्हित है। इन सभी पर घटनाओं को लेकर ज्यादा गौर किया जा रहा है।