पांच सौ करोड़ की सरकारी भूमि बेचने का आरोपी अखिलेश गोयल गिरफ्तार
- अखिलेश के साथी नरेश यादव व सचिन गुप्ता हो चुके गिरफ्तार
- सात लोगों के खिलाफ दर्ज है नामजद रिपोर्ट
- 15 से 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ है रिपोर्ट
- सरकारी भूमि बेचकर करोड़ो कमाने के संगीन आरोप
- वांछित रमेश चंद, सचिन निवासी डिफेंस कालोनी,
- वांछित विजय खुराना निवासी अंकुर एन्क्लेव
- देवेंद्र निवासी दायमपुर, अशोक व नरेश भी हैं नामजद
- फायर ब्रांड पूर्व विधायक ने की थी लंबी चौड़ी शिकायत
- बाद में पूर्व विधायक संग समझौते की चर्चा
करीब पांच सौ करोड़ रुपये की सरकारी जमीन बेचने के मामले में वांछित तीसरे अभियुक्त अखिलेश गोयल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अखिलेश गोयल के दो अन्य साथी नरेश यादव व सचिन गुप्ता को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इस मामले में आज यह तीसरी बड़ी गिरफ्तारी हुई है। अखिलेश गोयल का मेरठ के कंकरखेड़ा में गोयल साड़ी व रेडिमेड नाम से बड़ा शोरूम भी हैं। करीब 80 से ज्यादा कच्ची कॉलोनी काटने को लेकर भी अखिलेश गोयल चर्चित है।
दरअसल, श्रद्धापुरी निवासी किसान गुलवीर ने सात लोगों को नामजद करते हुए करीब बीस अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी जमीन कब्जा कर बेचने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इनमें प्रमुख रूप से अखिलेश गोयल निवासी डिफेंस एनक्लेव, रमेश चंद सचिन निवासी डिफेंस कालोनी, विजय खुराना निवासी अंकुर एन्क्लेव, देवेंद्र निवासी दायमपुर, अशोक व नरेश को नामजद किया गया था। आरोप लगाया गया है कि आरोपियों के इस गिरोह ने सरकारी पट्टे, रजवाहे की नाली, चकरोड,नाले,नगर निगम, मेरठ विकास प्राधिकरण और रेलवे की भूमि, बंजर भूमि, बेनामी राजकीय भूमि पर अवैध रूप से कालोनी विकसित कर लोगों को बेच दी है। जाहिर है कि ऐसा मेरठ विकास प्राधिकरण व अन्य संबंधित विभागों के अफसरों की मिलीभगत के संभव नहीं हैं। इस पर पिछले दिनों पुलिस ने नरेश यादव और सचिन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया था।
इसके अलावा लगाये गये आरोपों की प्रशासनिक जांच हुई तो प्रथम दृष्टया सेंट्रल बैंक की कई हजार वर्ग मीटर भूमि पर भू माफियाओं द्वारा अवैध रूप से कॉलोनी विकसित कर बेचने की पुष्टि हो गई है। इसके अलावा दायमपुर, फाजलपुर, कासमपुर सहित नंगला ताशी के क्षेत्र में सरकारी भूमि पर कब्जा कर अवैध रूप से बेचने का मामला सामने आया है। इन सभी जगह पर जांच शुरू कर दी गई है। गंभीर व दिलचस्प तथ्य यह भी सामने आया है कि एक फायर ब्रांड व चर्चित पूर्व विधायक ने अखिलेश गोयल और उसके गिरोह की लंबी चौड़ी शिकायत की थी लेकिन जितने तेजी से यह शिकायत की गई थी, उतनी ही तेजी से वह दब भी गई।
(विस्तार से देखिये👇)