सरधना में कई डेरियों पर छापे, प्रतिबंधित दवा बरामद
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सरधना में कई डेरियों पर छापे, प्रतिबंधित दवा बरामद

Mar 24, 2023
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  • एसडीएम ने डेयरी संचालकों पर की बड़ी कार्रवाई
  • मनुष्य से लेकर पशु के लिए जहर समान है प्रतिबंधित दवाई
  •  बरामद प्रतिबंधित दवाई व दूध के सैंपल जांच को लैब भेजे
  •  गोबर बहाने पर डेयरी संचालकों को अलटीमेट
  • पुलिस ने डेयरियों से करीब तीन युवकों को हिरासत में लिया
  • छापेमारी से डेयरी संचालकों में मचा हड़कंप

सरधना। लंबे अर्से से डेयरी संचालक मनमानी तरीके से गोबर को सब मर्सिबल के माध्यम से नाली नालों मे बहा रहे है। इससे कस्बा के नाली नाले चोक हो गई है। इससे कस्बे में संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है। इस शिकायत के चलते शुक्रवार शाम पालिका टीम व पुलिस की मौजूदगी में आधा दर्जन डेयरियों पर छापेमारी की गई। इस दौरान टीम को काफी मात्रा में प्रतिबंधित दवाई से भरा कैन बरामद हुआ है। टीम ने डेयरियों में दूध के सैंपल भरे और जांच के लिए संबंधित विभाग को भेज दिए है।

सरधना क्षेत्र में डेरियों पर छापेमारी। First Byte.tv
सरधना क्षेत्र में डेरियों पर छापेमारी। First Byte.tv

एसडीएम पंकज प्रकाश राठौर की अध्यक्षता में शुक्रवार शाम अधिशासी अधिकारी शशि प्रभा चौधरी, क्राइम इंस्पेक्टर बृजकिशोर व पशुधन प्रसार अधिकारी राहुल सोम समेत पालिका कर्मचारियों ने झिटकरी व कालंद रोड समेत अन्य आधा दर्जन से अधिक डेयरियों पर छापेमारी की। डेयरियों से प्रतिबंधित दवाई ऑक्सीटॉक्सीन भी बरामद हुई है। टीम ने दवाई के सैंपल ड्रग्स इंस्पेक्टर को मौके पर बुलाकर सौंप दिये।

नगर पालिका में डेयरी संचालकों ने डाला डेरा
छापेमारी के बाद जैसे ही टीम नगर पालिका पहुंची तो उनके पीछे पीछे कई डेयरी संचालक पहुंच गए। हालांकि, अधिकारियों की व्यवस्था के कारण उनकी कुछ देर ही मुलाकत हो पाई है। वहीं डेयरी संचालकों ने डीएम से मुलाकात करने की बात भी कही है।
पशु चिकित्सक बोले जहर समान है प्रतिबंधित दवाई
पशुधन प्रसार अधिकारी राहुल चौहान ने बताया कि ऑक्सीटॉक्सीन दवाई प्रतिबंधित है। डेयरी में इसका इस्तेमाल ज्यादातर जो पशु कम दूध देते है, उन पर किया जाता है। पशु चिकित्सकों की मानें तो यह इंसानों के लिए धीमा जहर सामन है। इससे यूटेराइन कैंसर, नपुंसकता, अत्यधिक बालों का उगना, महिलाओं में अत्यधिक रक्तश्राव, आंखों का खराब होना, महिलाओं में प्रजनन क्षमता का अभाव, गर्भपात की समस्या उत्पन्न होने की आशंका रहती है। इसके इस्तेमाल से पशुओं में बांजपन का खतरा बना रहता है।
एसडीएम ने नाली में गोबर बहाने पर दिया अलटीमेट
एसडीएम ने डेयरी संचालकों को अलटीमेट देते हुए गोबर के निस्तारण के लिए टैंक बनवाने का सुझाव दिया है। ऐसा न करने को बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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