गाजीपुर व आसपास की इंटरनेट सेवा बाधित, किसानों की भूख हड़ताल
दिल्ली। गाजीपुर बार्डर पर किसानों का धरना जारी है। मुजफ्फरनगर में बीते दिवस हुई महापंचायत में हालांकि यह कहा गया था कि फिलहाल गाजीपुर जाने की जरूरत नहीं हैं, वहां राकेश टिकैत के साथ बहुत से लोग हैं, लेकिन धरना स्थल पर भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। जिला प्रशासन ने भी अपनी कमी में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। गाजीपुर व आसपास के इलाके की इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गई है। किसानों ने इसे बहाल करने की मांग करते हुए कहा है कि वह इसके चलते परिवार से भी बात नहीं कर पा रहे हैं। इस बीच, धरनारत किसानों ने दिल्ली हिंसा के विरोध में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर उपवास रखे की घोषणा की है। साथ ही आठ घंटे भूख हड़ताल भी किसानों ने शुरू कर दी है।
बीते दिवस मुजफ्फरनगर में हुई किसानों की महापंचायत ने कई संदेश दे दिये हैं। एक संदेश यह भी रहा कि गाजीपुर धरना स्थल को खाली कम से कम उस योजना के तहत तो नहीं कराया जा सकेगा जिस तरीके पर जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार अड़ा हुआ था। प्रशासन ने धरने पर बैठे लोगों को साफ कहा था कि रात बारह बजे तक वह इस जगह को खाली कर दें। इससे पहले धरना स्थल पर बिजली व पानी की आपूर्ति बाधित कर दी गई थी। टेंट हटाये जाने के चलते एक बारगी लगा था कि अब यह किसान आंदोलन दम तोड़ चुका है लेकिन भाकियू नेता राकेश टिकैत की भावनात्मक बोल ने किसान आंदोलन को संजीवनी प्रदान कर दी। मुजफ्फरनगर में आहूत की गई महापंचायत इसकी बानगी भर है। महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि गाजीपुर बार्डर पर बहुत भीड़ है, अभी वहां जाने की जरूरत नहीं है।