लाल किले हिंसा में वांछित एक लाख का इनामी दीप सिंह सिद्धू गिरफ्तार
नई दिल्ली। दिल्ली लाल किले पर हुई हिंसा के मास्टर माइंड दीप सिंह सिद्धू को आज गिरफ्तार कर लिया गया। लाल किला पर धार्मिक झंडा फहराने और दंगा करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह और यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था। उसकी गिरफ्तारी के लिये दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। गंभीर बात यह भी है कि 26 जनवरी के बाद से वह बराबर लापता था, उसने दो दिन पहले एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि पुलिस परेशान न हो, उसके परिजनों को भी परेशान न करें, दो दिन बाद वह स्वयं को पुलिस के हवाले कर देगा। सिद्धू की गिरफ्तारी हुई लेकिन माना जा रहा है कि यह गिरफ्तारी उसी पठकथा के मुताबिक हुई जो स्वयं दीप सिंह सिद्धू ने लिखी थी।
बता दें कि केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं। पिछले 76 दिन से दिल्ली में किसान आंदोलनरत हैं। किसानों व सरकार के बीच 12 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन किसान अपनी जिद पर अड़े हैं। उनका कहना है कि सरकार इन काले कानून को रद्द करें, वहीं सरकार इस बात के लिये तैयार थी कि डेढ़ साल के लिये वह इनके अमल पर रोक लगाने के लिये तैयार है लेकिन सरकार की इस पहल पर भी किसान टस से मस नहीं हुए। किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। गाजीपुर सीमा पर भाकियू नेता राकेश टिकैत आंदोलन की कमान संभाले हुए हैं। सरकार पर दबाव बनाने के लिये किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला था। इस मार्च के दौरान ही दीप सिंह सिद्धू अपनी टोली को लेकर लाल किले पहुंच गया और वहां जमकर हिंसा हुई।
दीप सिंह सिद्धू व अन्य की पहचान हुई लेकिन गिरफ्तारी नहीं। इस पर तीन फरवरी को दिल्ली पुलिस ने दीप सिंह सिद्धू, जुगराज सिंह समेत चार लोगों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित कर दिया था। साथ ही चार अन्य पर पचास पचास हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में वांछित पूर्व गैंगस्टर लक्खा सिधाना और लाल किले पर झंडा फहराने वाला जुगराज को पुलिस अभी तक भी गिरफ्तार नही कर पायी है। दिल्ली पुलिस हिंसा फैलाने वाले करीब 50 लोगों की तस्वीरें जारी कर चुकी है।