देहरादून: बैरागी-आणियों ने किया अखाड़ा परिषद का बहिष्कार, चुनाव कराए जाने की उठी मांग
राजनीति में कुर्सी की लड़ाई आपने बेशक देखी होगी, लेकिन जब यह लड़ाई संतो तक पहुंच जाएं तो इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुर्सी के लिए लड़ाई किसी भी हद तक हो सकती है. हरिद्वार में इसी साल कुंभ का आयोजन होना है. यह आयोजन कब होगा इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है , राज्य सरकार कोरोना के साए में कुंभ के आयोजन को लेकर असमंजस की स्थिती में है. फिलहाल सरकार अपने स्तर से तैयारी में जुटी है और महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी चल रही है, लेकिन जो संत कुंभ की रौनक होते हैं उनमें अब विरोध शुरू हो गया है.दरअसल, एक तो कुंभ के कामों को लेकर साधु-संत पहले से ही नाराज हैं. इसे लेकर दो धड़ों में बंट चुके साधु-संत के एक पक्ष अखाड़ा परिषद कुंभ के अधूरे पड़े कामों को लेकर खुलकर विरोध नहीं जता रहा है. वहीं बैरागी-आणि अखाड़े काम पूरे न होने का खुलकर विरोध कर रहे हैं ।।