अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार बनाने की कवायद तेज, मुल्ला बरादर बन सकता है नया राष्ट्रपति
तालिबान का नंबर दो चेहरा है मुल्ला बरादर
मुल्ला बरादर कंधार पहुंचा
मीडिया स्वतंत्र रहेगा लेकिन …
कोई बदले की कार्यवाही नहीं करेगा तालिबान-दावा
काबुल: अफगान सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद तालिबान ने देश में अपनी सरकार गठन की कवायद तेज कर दी हैं। आज तालिबान अफगानिस्तान में अपनी सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है। तालिबान का नंबर दो चेहरा मुल्ला बरादर दोहा से कंधार पहुंच गया है। माना जा रहा है कि बरादर ही अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति हो सकता है। यह भी संभावना है कि तालिबान चीफ हैबतुल्लाह अखुंदजादा भी जल्द ही अफगानिस्तान में दिखाई दे सकता है।
जिस तरह के हालात बन रहे हैं उसे देखते हुए हैबतुल्लाह के किसी भी वक्त कंधार पहुंचने की संभावना जताई जा है। हैबातुल्लाह अखुंदजादा तालिबान का सर्वेसर्वा है लेकिन बरादार उसका राजनीतिक प्रमुख और सबसे अधिक जाना-पहचाना चेहरा है। मुल्ला उमर से संबद्ध बरादार को सबसे सक्रिय रणनीतिकार माना जाता है। बता दें कि जिस वक्त राष्ट्रपति अशरफ गनी को देश की तालिबान से हिफाजत करनी चाहिये थी, वह अपना झोला व लाव लश्कर उठाकर देश से भाग निकले। इस झोले में भारी धनराशि ठूस ठूस कर भरी गयी थी। हालांकि उन्होंने तर्क दिया कि ऐसा उन्होंने मुल्क की बेहतरी के लिये किया है, ताकि उनके रहते और ज्यादा खून खराबा न हो।
दो दशक तक चले युद्ध के बाद अमेरिका के सैनिकों की पूर्ण वापसी से दो सप्ताह पहले तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। इसके बाद से अफगानिस्तान में अफरातफरी का माहौल है। दुनिया के सभी मुल्क अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं अफगान नागरिक भी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं और वे भी किसी दूसरे देश में शरण लेना चाहते हैं। ऐसा तालिबान के क्रूर चेहरे के चलते हो रहा है।
अब अफगानिस्तान पर तालिबान कब्जा तो कर बैठा है लेकिन यह उसे भी पता है कि सत्ता में बने रहने के लिए उसे पूरी दुनिया का समर्थन चाहिए होगा। आतंकी कारनामों के लिए पूरी दुनिया में बदनाम तालिबान अब बदलाव की रट लगा रहा है। सरकार में महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने की बात भी उसने कही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में तालिबानी प्रवक्ता जैबुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान में सभी को माफ कर दिया गया है। तालिबान किसी से बदला नहीं लेगा। महिलाओं को शरीयत के हिसाब से अधिकार मिलेंगे और महिलाएं शिक्षा, स्वास्थ्य और अलग-अलग क्षेत्रों में काम करेंगी।
जैबुल्लाह मुजाहिद ने यह भी कहा कि तालिबान सभी देशों को भरोसा देता है कि उनके दूतावास और नागरिकों की सुरक्षा की जायेगी। अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी मुल्क के खिलाफ नहीं होने दिया जाएगा। उसने कहा कि मीडिया को स्वतंत्र ढंग से चलने दिया जायेगा। मीडिया को लेकिन तीन सुझाव है। वह इस्लामिक विश्वास के खिलाफ कुछ भी न दिखाएं, मीडिया को निष्पक्ष होना चाहिए और राष्ट्रीय हित के खिलाफ कुछ भी मीडिया पर नहीं चलाना चाहिए। यह मीडिया को सुझाव है या धमकी यह वक्त ही बतायेगा।